कांकेर जिला के 121 गॉवों ने बनाया रणनीति, शासन-प्रसाशन अनदेखा करेगा तो उग्र आंदोलन की चेतावनी

कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के 18 ग्राम पंचायतों के 68 गांव और अंतागढ़ ब्लॉक के कोलर क्षेत्र व बंडापाल क्षेत्र एरिया 53 गांव सहित कांकेर जिला के 121 गांव की जनता 2007 प्रारंभ से नारायणपुर जिला घोषित समय से ही नारायणपुर जिले में शामिल होना चाहते थे। क्षेत्र के लोगों को उम्मीद थी, कि यदि नारायणपुर जिला बनेगा तो हम सभी उसी जिले का हिस्सा होंगे । परंतु इस क्षेत्र को नारायणपुर जिले में शामिल नहीं किया गया । भले ही यह लोग कांकेर जिले के अंतर्गत आते हैं, परंतु अपनी सभी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए नारायणपुर पर आश्रित रहते हैं । फिर चाहे वह शिक्षा,स्वास्थ्य की बात हो या फिर अन्य सामानों के आपूर्ति की ।
नारायणपुर जिले के अस्तित्व में आने के बाद से ही इन क्षेत्रों के लोग नारायणपुर जिला में शामिल होने की मांग को लेकर शासन- प्रशासन से कई बार गुहार लगा चुके हैं। इसके बाद भी उनकी मांगों को लेकर प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है। जिसके बाद आज तीनों क्षेत्रों के ग्रामीण आगे की रणनीति को लेकर माता पहुंचानी स्थल तेलसी मोड में एकत्रित हुए। तीनों क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जो कांकेर जिला के भानुप्रतापुर ब्लॉक से सर्व आदिवासी व अन्य राजनीतिक दल शामिल होकर विरोध कर रहे है। वह अपने ही स्वार्थ में डूबे है स्वार्थ के कारण जनता की समस्या इन स्वार्थी दलों को नजर नही आ रही है कोलर क्षेत्र भानु 60-65किमी दूर में रहने हमारी परेशानियां पीड़ा कहां से नजर आएगी। हम सभी क्षेत्रवासी मिलकर नारायणपुर में शामिल होना चाहते है। जो नारायणपुर में गुप्त रूप शामिल कर षड्यंत्र का आरोप लगाना, वह बेबुनियाद सरासर झूठ है। शासन-प्रशासन से अंतिम बार 21 अगस्त 2021 दिन शनिवार को शांतिपूर्वक ज्ञापन देकर 10 दिन तक निवेदन किया जाएगा। 10 दिन के बाद मांगे पूरी नही होने पर शासन-प्रशासन हमारी मांगों को अनदेखा करेगा तो हम उग्र आंदोलन करने हेतु बाध्य होंगे जिसकी समस्त जवाबदारी शासन- प्रशासन की होगी।

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Author: CG FIRST NEWS

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