गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा को बर्खास्त करने और गिरफ्तारी की मांग को लेकर विपक्षी कांग्रेस (Congress) ने शुक्रवार को ओडिशा में छह घंटे की हड़ताल (Strike) की. गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा कालाहांडी की टीचर के अपहरण और हत्या के मुख्य आरोपी के साथ कथित निकटता को लेकर सबकी नजरों में हैं. पुलिस ने कहा कि हड़ताल कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह छह बजे शुरू हुई थी. सभी गैर-बीजेडी दलों ने इस हड़ताल का समर्थन किया.
विपक्षी दल कांग्रेस और बीजेपी गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं. 24 साल की महिला टीचर का शव 19 अक्टूबर को कालाहांडी में स्कूल के परिसर से निकाला गया था. ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्यभर में छह घंटे के बंद का आह्वान किया था, लेकिन उड़ीसा हाई कोर्ट ने गुरुवार को फैसला सुनाया कि केवल एक हड़ताल की जा सकती है, न कि आम हड़ताल.
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कई जगहों पर धरना देते हुए देखा गया. किसी ने वाहनों के चलने या जबरन दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने से नहीं रोका, क्योंकि सुरक्षाकर्मी प्रमुख स्थानों पर तैनात थे. पार्टी के कई कार्यकर्ता राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए लोगों से हड़ताल करने का अनुरोध करते देखे गए.
समर्थन मांगने के लिए चॉकलेट की पेशकश
कटक में कुछ हड़ताल समर्थक लोगों को अपना समर्थन मांगने के लिए चॉकलेट की पेशकश करते देखे गए. हालांकि हिंसा के डर से बाजार और बड़ी दुकानें बंद रहीं. राज्यभर में छोटी दुकानें खुली रहीं और कुछ वाहनों का परिचालन हुआ. भुवनेश्वर में बसें चलती देखी गईं, लेकिन बसों में यात्री कम थे. खराब मौसम के कारण कई लोगों ने घरों में ही रहना पसंद किया. सरकारी और निजी कार्यालयों में सामान्य उपस्थिति देखी गई, क्योंकि कहीं भी सड़क जाम या रेल रोको नहीं था.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और विधायक सुरेश राउतरे ने कहा कि हम हाई कोर्ट के निर्देश के अनुसार शांतिपूर्वक हड़ताल कर रहे हैं. लोग अपने घरों में ही डटे रहे. उन्होंने कहा कि ओडिशा के लोगों विशेषकर महिलाओं ने अब महसूस किया है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक गृह राज्य मंत्री की रक्षा कर रहे हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज्य में पारादीप पोर्ट, नाल्को और अन्य उद्योग सामान्य रूप से काम करते रहे, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम नहीं किया.
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Author: CG FIRST NEWS
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