दिल्ली में जन्माष्टमी पर भक्तों को मंदिरों में नहीं मिलेगी एंट्री, नियम तोड़ने पर होगी सख्त कार्रवाई

सांकेतिक तस्वीर.

कोरोना की तीसरी लहर की संभावना फिलहाल बनी हुई है. त्योहारों का सीजन चल रहा है. ऐसे में कोरोना महामारी को बढ़ने से रोकने के लिए तरह-तरह के एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं.

देशभर के मंदिरों में जन्माष्टमी (Janmashtami) की तैयारिया शुरू हो चुकी है. इस बार जन्माष्टमी का ये पावन पर्व 30 अगस्त को यानी सोमवार के दिन पड़ रहा है. कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लोग बड़ी संख्या में मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने लोगों को मंदिरों में जाने के खिलाफ चेतावनी जारी की है, क्योंकि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने धार्मिक समारोहों पर रोक लगाई हुई है.

दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा ने एएनआई को बताया, भक्तों को जन्माष्टमी पर मंदिरों में जाने की अनुमति नहीं होगी, क्योंकि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) के दिशानिर्देश धार्मिक समारोहों पर रोक लगाते हैं. हम लोगों से अपने घरों में त्योहार मनाने और मंदिर में इकट्ठा नहीं होने की अपील करते हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

दिल्ली में कोविड के 29 नए मामले 

इस बीच, राज्य के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली (Delhi Corona) ने शनिवार को कोरोना संक्रमण के 29 नए मामले ​​सामने आए. राजधानी में कोविड के एक्टिव केस 393 हैं. देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि तीसरी लहर की संभावना फिलहाल बनी हुई है. त्योहारों का सीजन चल रहा है. ऐसे में कोरोना महामारी को बढ़ने से रोकने के लिए तरह-तरह के एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं.

कोविड के खतरे के बीच बैंगलोर के इस्कॉन मंदिर में भी जन्माष्टमी के दिन कृष्ण भक्तों को मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी. हालांकि भक्त इस उत्सव में केवल ऑनलाइन ही हिस्सा ले सकते हैं. कृष्ण जन्माष्टमी हर साल भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. मान्यता है कि द्वापरयुग में इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने धरती पर देवकी नंदन के रूप में जन्म लिया था.

जन्माष्टमी के दिन लोग भगवान श्रीकृष्ण के लिए व्रत रखते हैं और रात में 12 बजे श्रीकृष्ण के जन्म के समय व्रत उनका पूजन करते हैं. तमाम मेवा, मिष्ठान और 56 भोग अर्पित करते हैं और पूजन के बाद अपना व्रत खोलते हैं.

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Author: CG FIRST NEWS

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