2021-22 के लिए इन 2 परियोजनाओं पर होने वाली अनुमानित लागत 1,289 करोड़ रुपये है उपराष्ट्रपति का नया कार्यालय और नया संसद भवन पूरा होने वाला पहला ढांचा होगा.
केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि उसने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना पर अब तक ₹301 करोड़ खर्च किए हैं. जिसमें नए संसद भवन पर ₹238 करोड़ शामिल हैं. वहीं इसकी कुल अनुमानित लागत ₹971 करोड़ है. बताया गया है इसमें से बचे हुए 63 करोड़ रुपये सेंट्रल विस्टा एवेन्यू पर खर्च किए गए हैं जिसका 608 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पुनर्विकास किया जा रहा है.
सरकार की प्रतिक्रिया राज्यसभा सदस्यों जी सी चंद्रशेखर और राजमणि पटेल के एक सवाल पर थी. उन्होंने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना की कुल अनुमानित लागत और इसे पूरा करने के समय सीमा के बारे में सरकार से सवाल किया था.आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने इसका जवाब देते हुए कहा, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू को इस साल नवंबर तक पूरा किया जाना है, जबकि नया संसद भवन अगले साल अक्टूबर में पूरा हो जाएगा.
कुल लागत लगभग ₹ 13,500 करोड़ होने का अनुमान
जबकि सरकार ने दो विशिष्ट परियोजनाओं की लागत का उल्लेख किया है. उन्होंने बताया राजपथ के सुधार और क्षेत्र में संबंधित नए निर्माण से एक नए एसपीजी की स्थापना होगी. इन परियोजनाओं की कुल लागत लगभग ₹ 13,500 करोड़ होने का अनुमान है, जैसा कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा अनुमानित है.
दस्तावेजों के अनुसार, उपराष्ट्रपति का नया कार्यालय और नया संसद भवन पूरा होने वाला पहला ढांचा होगा. जबकि अन्य सभी को दिसंबर 2026 तक पूरा किया जाना है. वर्तमान में सेंट्रल विस्टा एवेन्यू प्रोजेक्ट में राजपथ जो राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक जाता है और नई संसद का काम शामिल है.साथ ही 2020 में पर्यावरण मंत्रालय को दिए गए प्रस्ताव के मुताबिक करीब 458,820 वर्ग मीटर बिल्ट-अप एरिया को तोड़ा जाएगा. इन संरचनाओं में भवन आवास इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) शामिल है जो लगभग 25 एकड़ जमीन पर स्थित है.आईएनजीसीए के अलावा शास्त्री भवन, कृषि भवन, विज्ञान भवन, उपाध्यक्ष आवास, राष्ट्रीय संग्रहालय, जवाहर भवन, निर्माण भवन, उद्योग भवन, रक्षा भवन और आईएनएस हटमेंट भी ध्वस्त किए जाएंगे.
Author: CG FIRST NEWS
CG FIRST NEWS