नारायणपुर – रावघाट संघर्ष समिति के साथ आज 12 गांव के ग्रामीणों ने बैठक की। ग्रामीणों को कहीं से इस बात की भनक लगी है, कि बीएसपी ने रावघाट माइंस के माइनिंग की लीज देव माइनिंग या निको जायसवाल कंपनी में से किसी एक को बेच दी है और यह प्राइवेट कंपनियां दीपावली के बाद से यहां लौह उत्खनन का कार्य प्रारंभ करेंगे। जब से ग्रामीणों को यह खबर मिली है,तब से ही प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों में काफी रोष है। सभी 12 गांव के ग्रामीणों के साथ रावघाट संघर्ष समिति ने आज इस मुद्दे को लेकर बैठक की।जिसके बाद रावघाट संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष सोमारू राम दुग्गा ने मीडिया से चर्चा में कहा कि हमारे पूर्वजों ने सिर्फ और सिर्फ बीएसपी को ही रावघाट माइनिंग क्षेत्र के माइनिंग की इजाजत दी थी। लेकिन अब बीएसपी द्वारा माइनिंग की लीज प्राइवेट कंपनी को बेची जा रही है। जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं और अगर ये बात सही साबित होती है,तो हम बीएसपी का बहिष्कार करेंगे।
सोमारू राम दुग्गा ने आगे कहा कि प्राइवेट कंपनियों को माइनिंग की लीज मिलने पर प्रभावित क्षेत्र के लोगों को रोजगार के समान अवसर प्राप्त ना होने का खतरा है और साथ ही मजदूरों को उनके मेहनताने के अनुसार मेहनताना नहीं मिल पाएगा। प्रभावित क्षेत्र के लोगों के अधिकारों का हनन होगा। सोमारू राम ने यह कहा कि अगले सप्ताह इस मुद्दे को लेकर वह रावघाट क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ बैठक करेंगे और इस मुद्दे को लेकर हम प्रशासन से भी बात करेंगे।
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Author: CG FIRST NEWS
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