इस साल जनवरी में जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला अमेरिका दौरा होगा. इससे पहले वर्चुअल रूप से दोनों नेताओं के बीच QUAD और जी-7 बैठकों में मुलाकात हो चुकी है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर के आखिर में अमेरिका के दौरे पर जा सकते हैं. इस दौरे को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस दौरे को लेकर तैयारी जारी है. पीएम मोदी के इस दौरे की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि शेड्यूल को अंतिम रूप देना अभी बाकी है. शुरुआती योजना के मुताबिक, माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी 23-24 सितंबर को अमेरिका का दौरा कर सकते हैं.
पीएम मोदी ने अमेरिका का आखिरी दौरा 2019 में किया था. इस दौरान वे और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ह्यूस्टन में प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था. पीएम मोदी का यह अमेरिका दौरा ऐसे वक्त में होने वाला है, जब अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान से रिश्तों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ पीएम मोदी की यह पहली व्यक्तिगत रूप से मुलाकात होगी.
वाशिंगटन के दौरे के बाद पीएम मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के उच्च स्तरीय वार्षिक सत्र में हिस्सा लेने वाले हैं. प्रधानमंत्री मोदी 25 सितंबर को इस उच्च स्तरीय वार्षिक सत्र को संबोधित कर सकते हैं. भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है और हाल ही में भारत की एक महीने की अध्यक्षता खत्म हुई है. तालिबान के कब्जे के बाद राजनीतिक संकट से जूझ रहा अफगानिस्तान इस बार संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में महत्वपूर्ण मुद्दा हो सकता है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र में आम चर्चा के लिए वक्ताओं की पहली अनंतिम सूची के मुताबिक, नरेंद्र मोदी 25 सितंबर की सुबह उच्च स्तरीय सत्र में भाषण देंगे. वह उस दिन के लिए सूचीबद्ध पहले नेता हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा का 76वां सत्र 14 सितंबर से शुरू होगा. मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद साल भर चलने वाले सत्र के अध्यक्ष होंगे. इससे पहले 2019 में, मोदी उच्च स्तरीय संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के लिए न्यूयॉर्क गए थे.
21 सितंबर से शुरू होगी आम चर्चा
इस साल भी, विश्व के नेताओं के लिए पूर्व-दर्ज बयान भेजने का विकल्प खुला रखा गया है क्योंकि दुनिया भर के कई देशों में महामारी का प्रकोप अब भी जारी है. आम चर्चा 21 सितंबर से शुरू होगी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन व्यक्तिगत रूप से सत्र को संबोधित करने वाले हैं, जो अमेरिकी नेता के रूप में विश्व संगठन में उनका पहला संबोधन होगा. जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और ऑस्ट्रेलियाई नेता स्कॉट मॉरिसन भी 24 सितंबर को व्यक्तिगत रूप से आम चर्चा को संबोधित करने के लिए सूचीबद्ध हैं.
पिछले साल, पीएम मोदी समेत विश्व नेताओं ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के लिए पहले से रिकॉर्डेड वीडियो भाषण सौंपे थे, क्योंकि राष्ट्र प्रमुख और सरकार कोरोना वायरस महामारी के कारण वार्षिक सभा में खुद से मौजूद नहीं रह सकते थे. यह संयुक्त राष्ट्र के 75 साल के इतिहास में पहली बार था जब उच्च स्तरीय सत्र ऑनलाइन हुआ था.
QUAD देशों की भी हो सकती है बैठक
इस साल जनवरी में जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला अमेरिका दौरा होगा. इससे पहले वर्चुअल रूप से दोनों नेताओं के बीच QUAD और जी-7 बैठकों में मुलाकात हो चुकी है. वाशिंगटन में मीडिया से बातचीत में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने संकेत दिया है कि QUAD देशों (भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, अमेरिका) की भी बैठक हो सकती है. उन्होंने कहा कि कहा कि भारत और अमेरिका, अफगानिस्तान में पाकिस्तान के कदमों पर करीबी नजर रख रहे हैं.
विदेश सचिव ने वाशिंगटन की अपनी तीन दिवसीय यात्रा खत्म होने पर भारतीय पत्रकारों के एक समूह से कहा, ‘‘जाहिर तौर पर हमारी तरह वे भी करीब से नजर रख रहे हैं और हमें बारीकी से पाकिस्तान के कदमों पर नजर रखनी होगी.’’ उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में किस प्रकार के हालात बनते हैं, इस संदर्भ में अमेरिका इंतजार करो और देखो की नीति अपनाएगा. भारत की भी यही नीति है.
Author: CG FIRST NEWS
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