महंगाई से जनता कितनी परेशान, यह जानने के लिए RBI करेगा सर्वे, जानिए इससे क्या होगा फायदा

देश के 18 शहरों में होगा यह सर्वे.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शनिवार को घोषणा की कि वह महंगाई की जमीनी हकीकत जानने के लिए हाउसहोल्ड सर्वे करेगा. सेंट्रल बैंक की तरफ से समय-समय पर इस तरह का सर्वे किया जाता है जिससे उसे मॉनिटरी पॉलिसी तैयार करने में मदद मिलती है.

देश में महंगाई इस समय चर्चा का विषय है. ऐसे में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शनिवार को कहा कि वह परिवारों का अगले दौर का सर्वेक्षण (households surveys) करने जा रहा है. इससे रिजर्व बैंक को महंगाई दरों को लेकर सही और बेहतर जानकारी मिलती है. आरबीआई को कंज्यूमर के भरोसे का भी पता चलता है जिससे मजबूत मॉनिटरी पॉलिसी तैयार करने में मदद मिलती है. RBI की तरफ से लगातार ऐसे सर्वे आयोजित किए जाते हैं.

रिजर्व बैंक ने परिवारों के मुद्रास्फीति की संभावनाओं (IESH) सर्वेक्षण के सितंबर, 2021 के दौर की घोषणा करते हुए कहा कि इसके तहत 18 शहरों में 6,000 परिवारों से कीमतों के उतार-चढ़ाव को लेकर संभावनाओं के बारे में पूछा जाएगा. यह सर्वेक्षण अहमदाबाद, बेंगलुरु, चंडीगढ़, पटना, रायपुर, रांची और तिरुवनंतपुरम में किया जाएगा. उपभोक्ता विश्वास सर्वेक्षण (Consumer Confidence Survey) के सितंबर दौर के तहत परिवारों से सामान्य आर्थिक स्थिति, रोजगार के परिदृश्य, कीमत स्तर तथा उनकी आय और खर्च से जुड़ी धारणाओं के बारे में पूछा जाएगा.

महंगाई के बारे में मिलती है बेहतर जानकारी

यह सर्वेक्षण नियमित रूप से अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, पटना और तिरुवतंनपुरम सहित 13 शहरों में किया जाता है. इसमें 13 शहरों में 5,400 लोगों की राय ली जाएगी. दोनों सर्वे की मदद से आरबीआई को महंगाई को लेकर बेहतर जानकारी मिलती है.

MPC की अगली बैठक अक्टूबर में

इस महीने ने रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक हुई थी. RBI MPC की अगली बैठक अक्टूबर में 6-8 तारीख के बीच होगी. मई और जून के महीने में खुदरा महंगाई दर RBI के अपर लिमिट 6 फीसदी से बाहर रही. हालांकि जून में यह घटकर 5.59 फीसदी पर पहुंच गई. मई से पहले लगातार पांच महीने तक खुदरा महंगाई RBI के रेंज में रही थी.

महंगाई दर के अनुमान को बढ़ाकर 5.7 फीसदी किया गया

अगस्त में एमपीसी की बैठक में आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए खुदरा महंगाई दर के अनुमान को 5.1 फीसदी से रिवाइज कर 5.7 फीसदी कर दिया है. RBI ने सितंबर तिमाही में खुदरा महंगाई दर का अनुमान 5.9 फीसदी, दिसंबर तिमाही के लिए महंगाई दर के अनुमान को 5.3 फीसदी और चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के लिए यह अनुमान 5.8 फीसदी रखा है. वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून 2022 के लिए यह अनुमान 5.1 फीसदी रखा गया है.

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Author: CG FIRST NEWS

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