संवाददाता ओमप्रकाश उसेण्डी
नारायणपुर:-कांकेर जिला के 58 गांव के ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर, कांकेर जिला से आजाद कर नारायणपुर जिला में सम्मिलित होने पर डटे हुए हैं। धरना प्रदर्शन का सिलसिला आज भी कोलर चौक में जारी है। अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन का आज छठवां दिन है। जो कि लगातार से धरना प्रदर्शन में कुछ अलग अलग तरह के हथकंडे अपना कर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। कल अर्द्ध नग्न अवस्था में मैदान में उतरे हुए थे। आज वही 58 गांव के ग्रामीण मुंडन होकर मैदान में उतरे हुए हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि, 58 गांव के ग्रामीण मातम मना रहे हैं, लेकिन शासन-प्रशासन को ग्रामीणों की मांग ग्रामीणों की दुख दर्द और परेशानियां नजर नहीं आ रही है। शासन और प्रशासन दोनों ही ग्रामीणों की जायज मांगों में को लेकर बेसुध नजर आ रही है। कहां जाए तो कोरोना काल में और महंगाई के दौर पर सरकारी अधिकारी व कर्मचारियों को, अगर 1 माह की वेतन रोक दिया जाए तो, क्या हालत हो जाती है, यहां पर ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर लगातार 58 गांव के ग्रामीण 6 दिन से अपने मांगों को लेकर डटे हुए हैं। लेकिन शासन या प्रशासन में इनकी जायज मांगों को लेकर गंभीरता नजर नहीं आ रही है। एक ओर सत्ता पर बैठी सरकार जनता का हितैषी कहती है। अगर सरकार जनता की हितेषी है तो ग्रामीणों को अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन, काम दाम छोड़कर धरना प्रदर्शन करने की जरूरत ही नहीं पड़ता। सत्ता किसी भी सरकार का हो, जनता की जायज मांगों को पूरा करना, सरकार का काम है
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Author: CG FIRST NEWS
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