पाकिस्तानी नौवहन सुरक्षा एजेंसी (Pakistan’s Maritime Security Agency) ने शनिवार को एक भारतीय नाव पर अकारण गोलीबारी कर एक निर्दोष मछुआरे की हत्या कर दी थी. बताया जा रहा है कि गोलीबारी के दौरान अचानक नाव से डीजल लीक होने लगा था जिसे मछुआरा ठीक करने में लगा हुआ था. गोलीबारी शुरू होने पर 32 साल के श्रीधर चामरे ने खुद को एक बॉक्स के जरिए बचानने की कोशिश भी की थी. उस नाव में मौजूद मछुआरे के ससुर नामदेव मेहर ने इस बारे में जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सैनिकों से बचने के लिए उन्होंने नाव की गति तेज कर दी थी, इस डर से कि उन्हें कैदी बना लिया जाएगा. लेकिन जल्द ही उन्हें एहसास हुआ कि ट्रॉलर का डीजल नोजल टूट गया है. वहीं फायरिंग से बचने के लिए मछली के एक खाली डिब्बे के अंदर छिपे श्रीधर चामरे को लीक को ठीक करने के लिए बाहर आने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि नाव की गति नहीं बढ़ रही थी.
उन्होंने बताया कि श्रीधर और मैं रेंगते हुए इंजन रूम तक पहुंचे. डीजल लीक हो रहा था और इसलिए स्पीड कम कर दी गई थी. हमारे पास कोई अतिरिक्त नोजल नहीं था इसलिए लीक को बंद करने के लिए एक खाली प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल किया. किसी तरह लीक अस्थायी रूप से बंद हो गया और तभी दिलीप (दूसरा मछुआरा) घायल हो गया…”
‘दो स्पीडबोट कर रही थीं पीछा’
मेहर ने कहा कि दो स्पीडबोट उनका पीछा कर रही थीं. उन्होंने कहा कि वे रोने लगे और अपने भाग्य को भगवान पर छोड़ दिया लेकिन दिलीप ने नाव चलाना जारी रखा और लगभग 40 मिनट के बाद, स्पीडबोट ने पीछा करना छोड़ दिया. मेहर ने कहा, “फिर मैंने देखा कि श्रीधर बेसुध पड़ा हुआ था. मुझे लगा कि वह सदमे के कारण बेहोश हो गया होगा . जल्द ही उसकी नाक से खून बहने लगा और मैं उसकी पीठ पर गोली के घाव देखकर चौंक गया. छाती के पास एक गोली भी दिखाई दे रही थी. जल्द ही मुझे एहसास हुआ कि श्रीधर नहीं रहे. ”
मेहर ने कहा कि वे रविवार को सुबह करीब तीन बजे किसी तरह ओखा तट पर पहुंचे. उन्होंने कहा, “मैंने यह भी सुना है कि पाकिस्तानी नौसेना ने पोरबंदर से एक नाव जब्त की और उसमें सवार छह मजदूरों का अपहरण कर लिया.”
10 दिनों की मछली पकड़ने की यात्रा पर हुए थे रवाना
मेहर ने कहा कि वे छह मजदूरों के साथ 26 अक्टूबर को 10 दिन की मछली पकड़ने की यात्रा के लिए दीव के वनकबारैन से निकले थे. उन्होंने कहा कि शनिवार को श्रीधर ने अपनी पत्नी ज्योति को फोन किया और अपनी बेटियों से भी बात की. उन्होंने कहा, “शाम के लगभग 4 बजे, हम जाल निकाल रहे थे और उस दिन के लिए कैच ढूंढ रहे थे तभी अचानक एक स्पीड बोट पूरी गति से हमारी ओर आ गई और गोलीबारी शुरू कर दी. पहले तो हमें लगा कि दिवाली के कारण पटाखे फूट रहे हैं, लेकिन जल्द ही हमने 200 लीटर पानी के ड्रम को भेदते हुए एक गोली देखी और फिर हमने महसूस किया कि पाकिस्तानी नौसेना के जवान हम पर फायरिंग कर रहे हैं.” मेहर ने कहा कि उनके ट्रॉलर को कुछ गोलियां लगी थीं.
गुजरात से श्रीधर चामरे का शव लाने के बाद मंगलवार को महाराष्ट्र के पालगढ़ जिले में उनके पैतृक वाड्राई में उनका अंतिम संस्कार किया गया.
यह भी पढ़ें:
Author: CG FIRST NEWS
CG FIRST NEWS