पाक ने अफगानिस्तान के साथ लगी चमन सीमा को किया बंद.
पाकिस्तान (Pakistan) के आईएसपीआर (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा था कि इस्लामाबाद काबुल में नई राजनीतिक व्यवस्था के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध की उम्मीद करता है
अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद कई देशों की चिंताएं बढ़ गई है. इनमें से एक पाकिस्तान भी है, जिसकने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए अफगानिस्तान के साथ अपनी चमन सीमा को बंद कर दिया है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के हवाले से पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने कहा कि हम अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता चाहते हैं. हमने सीमा पर बाड़ लगा दी है.
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने कहा कि कुछ चिंताओं के कारण चमन में सीमा को अस्थायी रूप से बंद किया जा रहा है. उन्होंने कहा हम अराजकता नहीं फैलने देंगे. पाकिस्तान में कोई अमेरिकी नहीं बचा है, जो आए हैं वे चले गए हैं. पिछले कुछ हफ्तों में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी चमन सीमा पार से पैदल चलने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ रही है.
हजारों लोग हर दिन कर रहे थे सीमा पार
चमन बॉर्डर पर कोरोनावायरस स्वास्थ्य टीम के प्रमुख हमीद उल्लाह ने पिछले महीने सीएनएन को बताया था कि लगभग 18,000 लोग अब दैनिक आधार पर सीमा पार कर रहे हैं. पाकिस्तान का मानना है कि अफगानिस्तान में आने वाली सरकार प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के खिलाफ प्रभावी उपाय करेगी, देश की सेना के मीडिया विंग के महानिदेशक ने इस बात की जानकारी दी.
पाक ने तालिबान को दी मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची
पिछले हफ्ते, पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा कि इस्लामाबाद काबुल में नई राजनीतिक व्यवस्था के साथ “सौहार्दपूर्ण” संबंध की उम्मीद करता है. पाकिस्तान ने युद्धग्रस्त पड़ोसी देश से संचालित प्रतिबंधित टीटीपी से जुड़े मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची तालिबान को सौंपी है.
पिछले माह तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा था कि टीटीपी का मुद्दा, एक प्रतिबंधित संगठन है, जिसे इमरान खान सरकार को हल करना चाहिए न की अफगानिस्तान को. यह पाकिस्तान और पाकिस्तानी उलेमाओं और धार्मिक हस्तियों पर निर्भर है तालिबान पर नहीं.
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Author: CG FIRST NEWS
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