स्वदेशी एलसीए (LCA) तेजस लड़ाकू विमान की क्षमताओं को और मजबूत करने की दिशा में भारतीय वायु सेना ने नया कदम उठाया है. वायु सेना ने फ्रांस से हैमर मिसाइलों के लिए ऑर्डर दिया है. ये इसे 70 से अधिक की स्टैंड-ऑफ रेंज पर किसी भी कठोर बंकर या जमीनी लक्ष्य को बाहर निकालने की अनुमति देगा. एलसीए (LCA) तेजस लड़ाकू विमान की क्षमता वृद्धि चीन के साथ सैन्य गतिरोध के बीच में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा रक्षा बलों को दी गई आपातकालीन खरीद शक्ति का उपयोग करके की जा रही है.
सरकारी सूत्रों ने कहा, ‘हैमर मिसाइलें एलसीए (LCA) तेजस के साथ एकीकृत होने की प्रक्रिया में हैं और यह स्टैंड-ऑफ दूरियों से कठोर लक्ष्यों को दूर करने की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करेगी.भारतीय वायु सेना ने राफेल लड़ाकू विमानों के लिए इन हैमरों की पहली खेप उस समय हासिल कर ली थी, जब विमान ने अपने सबसे उन्नत विमान की हवा से जमीन पर निशाना साधने की क्षमता को और बढ़ाने के लिए फ्रांस से भारतीय वायुसेना में आना शुरू किया था.
कॉन्ट्रेक्ट पर किए गए थे हस्ताक्षर
भारतीय सशस्त्र बलों ने सरकार द्वारा विभिन्न चरणों में उन्हें दी गई आपातकालीन खरीद शक्तियों का व्यापक रूप से उपयोग किया है ताकि दोनों पक्षों के दुश्मनों द्वारा किसी भी संघर्ष या आक्रमण से निपटने के लिए खुद को आवश्यक हथियारों से लैस किया जा सके.भारतीय वायु सेना विमान की अधिक से अधिक क्षमताओं को जोड़कर स्वदेशी एलसीए तेजस लड़ाकू विमान कार्यक्रम का पुरजोर समर्थन कर रही है.
IAF ने पहले ही अपने दो स्क्वाड्रनों को प्रारंभिक परिचालन मंजूरी और अंतिम परिचालन मंजूरी वर्जन में शुरू कर लिया है, जबकि 83 Mark1As के लिए एक कॉन्ट्रेक्ट पर हस्ताक्षर किए गए हैं जो अब से कुछ साल बाद बांटे जाएंगे. IAF की निगाहें LCA मार्क 2 और DRDO द्वारा इसके लिए विकसित किए जा रहे AMCA पर भी टिकी हैं. एक भारतीय लड़ाकू पायलट ने कहा कि भारतीय विमान को पहले से ही पाकिस्तानी और चीनी संयुक्त उद्यम JF-17 लड़ाकू जेट की तुलना में कहीं अधिक सक्षम माना जाता है और HAMMER जैसे अतिरिक्त के साथ, भारतीय विमान उनसे कहीं अधिक उच्च श्रेणी में होगा.
तेजस विमान की देश के बाहर चौथी उड़ान
वहीं वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर और सी-130जे सुपर हरक्यूलिस एयरक्राफ्ट्स पर सवाल होकर सारंग टीम के पांच एएलएच ध्रुव (हेलीकॉप्टर) और सूर्यकिरण टीम के 10 बीएई हॉक-132 और तीन एलसीए तेजस दुबई पहुंचे. यूएई सशस्त्र बलों के मेजर जनरल स्टाफ पायलट इशाक सालेह मोहम्मद अल-बलूशी और अन्य अधिकारियों ने भारतीय वायुसेना का स्वागत किया. यह तेजस विमान की देश के बाहर चौथी उड़ान थी. इससे पहले यह 2021 में श्रीलंका के एयर शो, 2016 में बहरीन इंटरनेशनल एयर शो और मलेशिया में लैंगकॉवी इंटरनेशनल मैरीटाइम एयरो एक्सपो (LIMA-2019) में हिस्सा ले चुका है. वायुसेना की सारंग और सूर्य किरण एरोबेटिक्स टीम यूएई सरकार के आमंत्रण पर दुबई पहुंची हैं. दोनों टीमें 14 से 18 नवंबर तक होने वाले एयर शो में हिस्सा ले रही हैं.
Author: CG FIRST NEWS
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