
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में ऊर्जा सचिव और केंद्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान के एडिशनल डाइरेक्टर ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।
छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में बिजली उपकरणों के टेस्टिंग होगी। यह मध्य भारत में अपने तरह की सबसे बड़ी राष्ट्रीय प्रयोगशाला होगी। इसमें ट्रांसफार्मर, रूटिन टेस्ट, मीटर टेस्टिंग, ऑयल टेस्टिंग एवं समस्त विद्युत उपकरण के रूटिन टेस्ट की सुविधा होगी। अभी ऐसे उपकरणों की जांच भोपाल स्थित प्रयोगशाला में होती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में बुधवार को राज्य सरकार ने केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान, बैंगलुरू के साथ करार पर हस्ताक्षर किए।
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित एक सादे समारोह में छत्तीसगढ़ सरकार के ऊर्जा विभाग की ओर से सचिव अंकित आनंद और केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान के एडिशनल डायरेक्टर बी.ए. सावले ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। अधिकारियों ने बताया, छत्तीसगढ़ में यह सुविधा उपलब्ध होने से समय एवं राजस्व में बचत होगी। इस प्रयोगशाला में विद्युत कंपनियों को टेस्टिंग में 20% की रियायत दी जाएगी। प्रयोगशाला में एक ट्रेनिंग सेंटर की भी स्थापना की जाएगी, जिसमें बिजली कंपनियों एवं निजी संस्थानों के कर्मचारियों की तकनीकी दक्षता में वृद्धि होगी।एमओयू के समय छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन हेमन्त वर्मा, क्रेडा के सीईओ आलोक कटियार, छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी की एमडी उज्जवला बघेल और पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी मनोज खरे, केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान के संयुक्त संचालक अभय खैरवार भी मौजूद रहे।
तीन साल में पूरा होगा स्थापना काम काम
अधिकारियों ने बताया, प्रयोगशाला तथा परीक्षण केन्द्र की स्थापना के लिए अटल नगर नवा रायपुर विकास प्राधिकरण ने नवा रायपुर क्षेत्र के लेयर -2 के तेन्दुआ गांव स्थित, सेक्टर-30 में 10 एकड़ भूमि का आवंटन किया है। प्रयोगशाला की स्थापना का कार्य 20 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से 36 महीने यानी तीन साल में पूरा किया जाना है।
इस तरह के उपकरणों की जांच होगी
रायपुर में स्थापित होने वाली क्षेत्रीय टेस्ट लेबोरेटरी में हाई वोल्टेज लेबोरेटरी (इम्पलस टेस्ट 400 केवी), रूटिन टेस्ट लेबोरेटरी फॉर ट्रांसफार्मर (10 एमवीए तक), टेम्परेचर राईज टेस्ट फेसिलीटी फॉर ट्रांसफार्मर (10 एमवीए तक), इनर्जी मीटर टेस्ट लेबोरेटरी फॉर स्मार्ट मीटर और साइबर सिक्यूरिटी टेस्ट लेबोरेटरी फॉर सबस्टेशन इक्युपमेंटस एडं स्मार्ट मीटर की सुविधा उपलब्ध होगी।
केंद्र सरकार का उपक्रम है विद्युत अनुसंधान संस्थान
अधिकारियों ने बताया, बैंगलुरु स्थिति केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान, केंद्रीय विद्युत मंत्रालय के अधीन गठित सार्वजनिक उपक्रम है। यह संस्थान पॉवर सेक्टर के निर्माताओं एवं यूटिलिटी में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न सेवाएं देता है। यह संस्थान पॉवर सेक्टर में एप्लाईड रिसर्च को प्रोत्साहन तथा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में दक्षता एवं विश्वसनीयता में सुधार हेतु परामर्श सेवाएं भी देता है।

Author: CG FIRST NEWS
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