चीन का मिनी हेलीकॉप्टर (Twitter)
NASA के रोवर के जरिए लाल ग्रह पर पहुंचे Ingenuity हेलीकॉप्टर ने अप्रैल में अपनी उड़ान की शुरुआत की. इस दौरान हेलीकॉप्टर ने 10 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरी.
चीन (China) ने भविष्य के मंगल मिशनों (Mars Missions) पर निगरानी कार्य करने के लिए एक प्रोटोटाइप मिनियेचर हेलीकॉप्टर (Prototype Miniature Helicopter) तैयार किया है. चीन की अंतरिक्ष एजेंसी (China Space Agency) ने इसकी जानकारी दी है. कुछ महीने पहले ही चीन ने लाल ग्रह (Red Planet) की धरती पर एक रोबोटिक रोवर (Robotic Rover) की ऐतिहासिक लैंडिंग की थी. मंगल (Mars) की धरती पर रोवर लैंड करने के बाद ऐसा करने वाला वह अमेरिका (America) के बाद दुनिया का दूसरा देश बना.
चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र की वेबसाइट पर पोस्ट की गई एक तस्वीर के अनुसार, प्रोटोटाइप रोबोटिक हेलीकॉप्टर Ingenuity हेलीकॉप्टर (Ingenuity Helicopter) के समान है. Ingenuity हेलिकॉप्टर को अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने इस साल अपने परसिवरेंस मिशन (Perseverance mission) के तौर पर लैंड करवाया था. इस हेलिकॉप्टर को NASA के वैज्ञानिकों ने तैयार किया था. चीनी स्पेस एजेंसी ने कहा कि ये हेलीकॉप्टर चीन के मंगल पर होने वाले कई मिशनों के लिए एक महत्वपूर्ण टूल होगा. लेकिन इसने इससे ज्यादा जानकारी मुहैया नहीं करवाई.
चीन (China) ने भविष्य के मंगल मिशनों (Mars Missions) पर निगरानी कार्य करने के लिए एक प्रोटोटाइप मिनियेचर हेलीकॉप्टर (Prototype Miniature Helicopter) तैयार किया है. चीन की अंतरिक्ष एजेंसी (China Space Agency) ने इसकी जानकारी दी है. कुछ महीने पहले ही चीन ने लाल ग्रह (Red Planet) की धरती पर एक रोबोटिक रोवर (Robotic Rover) की ऐतिहासिक लैंडिंग की थी. मंगल (Mars) की धरती पर रोवर लैंड करने के बाद ऐसा करने वाला वह अमेरिका (America) के बाद दुनिया का दूसरा देश बना.
चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र की वेबसाइट पर पोस्ट की गई एक तस्वीर के अनुसार, प्रोटोटाइप रोबोटिक हेलीकॉप्टर Ingenuity हेलीकॉप्टर (Ingenuity Helicopter) के समान है. Ingenuity हेलिकॉप्टर को अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने इस साल अपने परसिवरेंस मिशन (Perseverance mission) के तौर पर लैंड करवाया था. इस हेलिकॉप्टर को NASA के वैज्ञानिकों ने तैयार किया था. चीनी स्पेस एजेंसी ने कहा कि ये हेलीकॉप्टर चीन के मंगल पर होने वाले कई मिशनों के लिए एक महत्वपूर्ण टूल होगा. लेकिन इसने इससे ज्यादा जानकारी मुहैया नहीं करवाई.
Ingenuity हेलीकॉप्टर की तरह से चीनी प्रोटोटाइप
1.8 किलोग्राम वजनी Ingenuity हेलीकॉप्टर के लिए उड़ान भरना इसलिए भी कठिन था, क्योंकि लाल ग्रह का वातावरण काफी पतला है. एयरोडायानिमिक लिफ्ट की कमी की भरपाई के लिए NASA के इंजीनियरों ने Ingenuity हेलीकॉप्टर को रोटर ब्लेड से लैस किया. इन ब्लेड की लंबाई 1.2 मीटर है. पृथ्वी पर इस आकार के हेलीकॉप्टर को उड़ान भरने के लिए जितनी गति की जरूरत होती है, उससे अधिक गति से ये उड़ान भरने के काबिल था. ठीक Ingenuity हेलीकॉप्टर की तरह की चीनी प्रोटोटाइप में भी दो रोटर ब्लेड, एक सेंसर एंड कैमरा बेस और चार पतले लेग्स हैं. लेकिन इस पर सोलर पैनल नहीं है.
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Author: CG FIRST NEWS
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