रिपोर्ट-खिलेश साहू
भखारा- झारखंड के गिरिडीह स्थित सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाए जाने की अधिसूचना जारी होने के बाद जैन समाज के लोग सड़कों पर उतर आए हैं. जैन समाज के लोग सम्मेद शिखरजी को अपना पवित्र तीर्थ स्थल बताते हुए इसे बचाने, इसे संरक्षित करने की मांग करते हुए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.जैन समाज की महिलाएं, पुरुष और बच्चे एकत्रित होकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन करने लगे. सभी जैन समाज के लोग झारखंड सरकार के विरोध में सभी लोगों की मांग थी कि किसी प्रकार से पर्यटन स्थल घोषित अगर हो गया तो मांस मदिरा की बिक्री होगी, पेड़ों का अवैध कटान होगा, पत्थरों का अवैध खनन होगा. इससे हमारे संतो की मोक्ष स्थान सम्मेद शिखर प्रदूषित हो जाएगा, इसलिए इसको रोका जाए.प्रदर्शन कर रहे थे

और नारे लगाते हुए झारखंड में पारसनाथ पर्वत राज मंदिर को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने का विरोध भी कर रहे थे. इस हेतु सामाजिक लोगों ने अतिरिक्त तहसीलदार भूपेंद्र चंद्राकर को भरत नाहर, रोशन पारख,हरख जैन पप्पू,ललित पारख,ललित नाहटा,मनोज पारख,आशीष नाहटा,अजय जैन,संतोष पारख,सौरभ रायसोनि,आशीष पारख,तोरण नाहटा,इंदर नाहटा,मनीष नाहटा, मदन नाहर,जीतू पारख,धीरज नाहर,पियूष, ओम पारख आदि ने। राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री,झारखंड राज्यपाल,मुख्यमंत्री आदि के नाम ज्ञापन सौंपा गया।पूरे दिन व्यवसाय भी बंद रखा गया।

Author: CG FIRST NEWS
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