Oil Crisis In Rajasthan: उत्तर भारत के कई राज्यों की तरह राजस्थान (Rajasthan) भी पेट्रोल और डीजल (Petrol And Diesel) की कमी से जूझ रहा है. पिछले कुछ दिनो से दो तेल कम्पनियों भारत पेट्रोलियम (Bharat Petroleum) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (Hindustan Petroleum) माँग के अनुपात में पेट्रोल और डीज़ल की आपूर्ति नहीं कर रही. जिसकी वजह से राजस्थान के साढ़े छह हज़ार पेट्रोल पम्प्स (Petrol Pumps) में से क़रीब दो हज़ार पेट्रोल पम्प्स ड्राई हो चुके है.
राजस्थान का कोई छोटा-बड़ा ज़िला ऐसा नही है जहां पेट्रोल और डीज़ल की क़िल्लत नहीं हो. राजधानी जयपुर में क़रीब साढ़े छह सौ पेट्रोल पम्प्स है और इनमे से सौ से ज़्यादा पर पेट्रोल और डीज़ल उपलब्ध नहीं होने के बोर्ड लग चुके है. राजस्थान पेट्रोल डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि इस क़िल्लत की पहली बड़ी वजह है क़रीब दो हफ़्ते से रिलायंस और एस्सार के पेट्रोल पम्प्स का बंद होना. इन दोनों कम्पनियों का राजस्थान में मार्केट शेयर करीब पंद्रह फ़ीसदी है और अब इनके पम्प्स बंद हुए तो इनका भार अन्य कम्पनियों के पेट्रोल पम्प्स पर आ गया.
दूसरी वजह है भारत और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कम्पनी की तरफ़ से कम की जा रही सप्लाई. बगई के मुताबिक़ केवल इंडियन आयल कम्पनी राज्य के पूरी सप्लाई दे रही है. इस संकट की एक वजह ये भी बताई गई है कि पेट्रोलियम कम्पनियों को हो रहा घाटा लगातार बढ़ रहा है और इसकी वजह से दो कम्पनी सप्लाई कम दे रही है. अगर ऐसा है तो बड़ा सवाल ये है कि तीनो कम्पनी सरकारी है तो ऐसे में एक कम्पनी कैसे पूरी सप्लाई कर रही है.
अगले तीन-चार दिनों तक सुधार के आसार नहीं
अभी जो हालात राजस्थान (Rajasthan) में बने हुए है उनमे अगले तीन-चार दिनों तक सुधार होने के आसार नही है. इसकी वजह है अगर तेल कम्पनी आज से भी आपूर्ति बढ़ा देंगी तो भी पूरे राज्य में सप्लाई सही ढंग से दो-तीन दिन में पहुँच सकेगी. इस क़िल्लत की वजह से आम आदमी तो परेशान है ही साथ ही खेती किसानी और उद्योग-धंधों पर भी इसका असर पड़ रहा है. उद्योगों के उत्पादन और किसानों को बुवाई के मौसम में डीज़ल की कमी का सामना करना पड़ रहा है.
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Author: CG FIRST NEWS
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