अंतरराष्ट्रीय महिला समानता दिवस पर बालिकाओं को उनके अधिकारों के बारे में किया गया जागरूक

रिपोर्टर – अंजना मांझी

नारायणपुर- हर साल 26 अगस्त को “अंतरराष्ट्रीय महिला समानता दिवस” मनाया जाता है, इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं की महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और बढ़ रहे अत्याचार, भेदभाव, बलात्कार, एसिड अटैक जैसे हिंसा से बचाना और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। इसी उद्देश्य से आज पीरामल फाउंडेशन तथा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और माध्यमिक स्कूल रेमावंड में अंतरराष्ट्रीय महिला समानता दिवस का आयोजन कर जिला फेलो बबन गांगुर्डे, सखी वन स्टॉप सेंटर की किरण चतुर्वेदी (वूमेन प्रोटेक्शन ऑफिसर) और किशोर न्याय बोर्ड के सनातन मेरसा (विधिक सह परवीक्षा अधिकारी) ने छात्र-छात्राओं को उनके अधिकारों के बारे में बताया।
इस कार्यक्रम में बालिकाओं को बताया गया कि महिलाएं आज हर मोर्चे पर पुरुषों को टक्कर दे रही हैं। चाहे वह देश को चलाने की बात हो या फिर घर को संभालने का मामला, यहां तक कि देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी वे बखूबी निभा रही हैं। महिलाओं ने हर जिम्मेदारी को पूरी तन्मयता से निभाया है, लेकिन आज भी अधिकांश मामलों में उन्हें समानता हासिल नहीं हो पाई है पॉक्सो एक्ट कानून, घरेलू हिंसा के खिलाफ अधिकार, मुफ्त कानूनी मदद का अधिकार, रात में महिला को नहीं कर सकते गिरफ्तार, अशोभनीय भाषा का नहीं कर सकते इस्तेमाल और जीरो एफ.आई.आर का अधिकार के बारे में बताया गया। सखी वन स्टॉप सेंटर और किशोर न्याय बोर्ड के अधिकारों के बारे में जागरूक किया गया। यह सुविधा महिलाओं और बालिकाओं को हिंसा से उबरने और अपने जीवन को फिर से शुरू करने में मदद करती है। इस कार्यक्रम में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रेमावंड के प्रिंसिपल भावसिंघ कुमेटी, माध्यमिक स्कूल के पुनीता नेताम, अंजू वड्डे, निधिबाला साहु सहित अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे।

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Author: CG FIRST NEWS

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