**मामला बस्तर संभाग के सबसे बड़ी अस्पताल शहीद महेंद्र कर्मा स्मृति चिकित्सालय डिमरा पाल जगदलपुर का**
*जगदलपुर -* वकावंड विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सौतपुर में श्रीमती भाग्यवती पति देवनाथ के गर्भवती होने पर सोनोग्राफी रिपोर्ट में जुड़वा बच्चा होना बताया गया पर उनके नॉर्मल डिलीवरी में समस्या आई तो उनको महारानी अस्पताल जगदलपुर में ले जाया गया तो इनके जुड़वा बच्चा है और एक बच्चा आड़ा पड़ा है दूसरा बच्चे का धड़कन तेज बताया गया तभी महारानी अस्पताल के डाक्टरों द्वारा डिमरापाल शहीद महेंद्र कर्मा स्मृति चिकित्सालय को रिफर किया गया मेकाज में भर्ती करने पर परिजन को बताया गया कि जच्चा बच्चा को खतरा है सीजर करना पड़ेगा खून भी बह सकता है।सीजर रुम ले जाया गया सीजर के बाद डॉक्टरों ने बताया कि भाग्यवती आपका एक ही बच्चा हुआ है तब मां कहती है मेरे पेट में तो दो बच्चों का रिपोर्ट दिखाया गया है कैसे एक बच्चा हो सकता है परिजन के साथ एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती पुष्पा कश्यप मौजूद थी उन्हें सोनोग्राफी की रिपोर्ट का पता था तब उन्होंने कहा कि एक बच्चा कैसे हो सकता है तीन-तीन बार के सोनोग्राफी रिपोर्ट में दो बच्चा का जिक्र किया गया है और आप कैसे कह सकते हैं कि एक बच्चा है तभी डॉक्टरों के द्वारा किसी तरह उनको चुप करा कर एक बच्चा थमा दिया गया परिजनों ने सोचा दूसरे बच्चे के लिए हंगामा करने से कहीं जच्चा बच्चा को नुकसान न पहुंचाएं इसलिए वे लोग एक बच्चा को लेकर घर चले आए लेकिन रिपोर्ट के अनुसार दो बच्चे का होना था तो दूसरा बच्चा गया कहां।
मीडिया को जानकारी मिलने पर पूछताछ की गई तो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा कहा गया कि इतने बड़े पेट वाली का सोनोग्राफी रिपोर्ट के अनुसार दो बच्चा बताया गया है पर ऑपरेशन करके एक ही बच्चे को दिखाया गया ।यह बच्चा का वजन भी 3 किलो में डेढ़ सौ ग्राम कम था, कैसे हो सकता है अगर सिंगल बच्चा होता तो कम से कम 3:50 किलो ग्राम से 4 किलो ग्राम होता और सोनोग्राफी की रिपोर्ट गलत नहीं बताता है इसमें या तो सोनोग्राफी रिपोर्ट गलत बता रहा है या तो आप लोग ग़लत बता रहे हो हमें न्याय चाहिए बच्चा चाहिए।