लखनपुरी :- आदर्श ग्राम आरोद में। गोंडवाना समन्वय समिति सर्कल अरौद के अंतर्गत आने वाले सभी 11 गांव में धूमधाम से मनाया गया। विश्व मूलवासी दिवस, जनजाति समुदाय के लोग इस धरती के मूल बीज हैं, मूल मालिक हैं ,और यहां के जल-जंगल- जमीन पर उनका प्रथम अधिकार है। वे प्रकृति के पुजारी हैं और प्रकृति के सबसे नजदीक हैं । इसलिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने जनजाति समुदाय की सभ्यता, संस्कृति, परंपरा को बढ़ावा देने और उसकी सुरक्षा के उद्देश्य से दिसंबर 1994 में विश्व मूलवासी दिवस मनाने की घोषणा की थी। 9 अगस्त 1994 को पूरे विश्व में पहली बार विश्व मूलवासी दिवस मनाया गया था। तब से लेकर आज तक पूरे विश्व में 9 अगस्त को विश्व मूलवासी दिवस मनाया जाता है। इस दिन जनजाति समुदाय के स्वदेशी या देश के लोग अपनी पुरखा शक्तियों की सेवा अर्जी करते हैं। गांव में कलश यात्रा निकाला जाता है और सभा आयोजित करके इस दिन के महत्व को बताने का प्रयास किया जाता है। विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन भी होता है। इसी तरह सर्कल अरौद के सभी 11 गांव में भी विश्व मूलवासी दिवस बहुत धूमधाम के साथ मनाया गया। विशेष तौर पर पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए सभी 11 गांव में लगभग 200 पौधे लगाये गये हैं, जिसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी युवा प्रभाग ने ली है। सर्कल अरौद से ही शराबबंदी के मुहिम की भी शुरुआत हुई है ,जिसका प्रभाव यह है कि सर्कल अरौद के सभी 11 गांव लगभग 70% शराब बनाने, बेचने या पीने पर वालों पर काबू पाया गया है। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को लेकर भी सर्कल अरौद काम कर रहा है। सर्कल अरौद को मॉडल बनाया जा सके, जिससे अन्य सर्कल भी प्रभावित होकर इस मुहिम से जुड़े , नशा मुक्त और शिक्षित समाज की कल्पना की जा सके। जानकारी गोंडवाना युवा प्रभाग सर्कल अध्यक्ष अरौद, मुकेश जुर्री ने दिया।
Author: CG FIRST NEWS
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