रोहित वर्मा / खरोरा :- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा त्रिदिवसीय वर्ग सीमगा खण्ड के माध्यम से आयोजन सुहेला में किया गया था जो 30 अगस्त से 1 सितंबर तक रहा जिसमें आसपास के लगभग 10 ग्रामों सुहेला, नयापारा, मोहरा, हीरमि, बन साकरा, किरवैय, सीमगा, खपराडिह हथबंथ से आये स्वयं सेवको ने वर्ग प्रशिक्षण प्राप्त किए l
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) सम्पूर्ण विश्व के कल्याण के लिए समर्पित प्रयास कर रहा है। संघ की इस दिशा में लगातार मेहनत और समर्पण के फलस्वरूप, समाज के विभिन्न वर्गों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों और स्कूल के बच्चों के लिए एक त्रिदिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। त्रिदिवसीय वर्ग में शामिल होने वाले अधिकांश प्रतिभागी ग्रामीण क्षेत्रों से थे और इनमें स्कूल के बच्चे भी शामिल थे, जो इस वर्ग के माध्यम से जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने और आत्मसात करने का अवसर प्राप्त कर रहे थे।
प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन इस प्रकार से किया गया कि इसमें न केवल भौतिक और मानसिक विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया, बल्कि शाखा लगाकर शारीरिक मजबूती, संस्कार, नैतिकता और समाज सेवा की महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी जोर दिया गया। प्रतिभागियों को जीवन कौशल, सामाजिक जिम्मेदारियों और नेतृत्व क्षमताओं का प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिससे वे अपनी व्यक्तिगत और सामाजिक क्षमताओं को बेहतर बना सकें।
इस कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों ने विभिन्न प्रकार के शैक्षिक और प्रशिक्षणात्मक गतिविधियों में भाग लिया, जिसमें खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और विशेष सत्र शामिल थे। इन गतिविधियों के माध्यम से उन्हें एक टीम के रूप में काम करने, सामूहिक समस्याओं का समाधान निकालने और अपनी नेतृत्व क्षमता को निखारने का मौका मिला।
सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, सभी प्रतिभागियों ने अपने ज्ञान और अनुभव को आत्मसात किया और अपने-अपने समुदायों में व्यावहारिक रूप से लागू करने के लिए उत्सुकता दिखाई। इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल प्रतिभागियों को व्यक्तिगत विकास की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन और विकास के लिए भी एक ठोस आधार तैयार करते हैं।
सीमगा खंड कार्यवाह राहुल ने बताया की राष्ट्रीय स्वयं संघ पिछले नौ दशकों से इस राष्ट्र की सर्वागीण उन्नती कर सम्पूर्ण विश्व के कल्याण के पुनीत कार्य मे लगा हुआ है इस कार्य हेतु लिए त्रिदिवसीय वर्ग का आयोजन किया गया था जिसमें ज्यादातर स्कुल के बच्चे शामिल रहे सभी सफ़लता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त किए lप्रशिक्षण वर्ग का उद्देश्य न केवल युवा पीढ़ी को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाना था, बल्कि उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझाना और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना था। संघ का यह प्रयास आने वाले समय में भी जारी रहेगा, और ऐसे आयोजनों के माध्यम से समाज में जागरूकता, आत्मनिर्भरता और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने का कार्य किया जाएगा। यह सुनिश्चित करना संघ की प्राथमिकता है कि आने वाली पीढ़ियाँ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझें और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान दें।
Author: CG FIRST NEWS
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