संवाददाता – रमेश टंडन
आमाबेड़ा तहसील में स्वास्थ्य सेवाओं की खराब स्थिति और डॉक्टरों की कमी के कारण लंबे समय से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। क्षेत्र में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 12 आयुष आरोग्य केंद्रों के संचालन में लगातार हो रही समस्याओं के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था लगभग भगवान भरोसे थी।
स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति:
आमाबेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में केवल एक एमबीबीएस डॉक्टर, डॉ. कुनाल देवांगन, की पदस्थापना थी। उनके पीजी मेडिसिन कोर्स के लिए जाने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक भी एमबीबीएस डॉक्टर नहीं था। पूरे क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी आरएमए मनोज सिंगरोल के कंधों पर निर्भर हो गई।
12 आयुष आरोग्य केंद्रों में भी अधिकांश समय डॉक्टर और कर्मचारी अनुपस्थित रहते थे। अधिकांश आरोग्य केंद्र सप्ताह में केवल 1-2 दिन ही खुलते थे, और कर्मचारियों की कमी के चलते टीकाकरण, सेक्टर मीटिंग और अन्य कार्य प्राथमिकता बन गए।
ग्रामीणों का आक्रोश:
क्षेत्र की स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर जनदर्शन में अपनी शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना था कि उप-स्वास्थ्य केंद्र नियमित रूप से नहीं खुलते और आयुष आरोग्य केंद्रों में आवश्यक सेवाएं नहीं मिल रही थीं। किसकोडो और आमाबेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों की कमी के चलते ग्रामीणों को मजबूरन निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता, जो आर्थिक रूप से उनके लिए कठिन था।
CG FIRST NEWS की पहल:
इस गंभीर स्थिति को CG FIRST NEWS ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। समाचार में बताया गया कि स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के कारण ग्रामीणों को किस तरह समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। खबर में प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए गए और तुरंत समाधान की मांग की गई।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई:
खबर का असर हुआ, और जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए तुरंत आमाबेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की नियुक्ति का आदेश जारी किया। मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (CMO) के निर्देश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नए डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई, जिससे मरीजों को सुचारु स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
भविष्य की योजनाएं:
इसके अतिरिक्त, प्रशासन ने आयुष आरोग्य केंद्रों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कर्मचारियों की कमी को पूरा करने और सुविधाओं में सुधार के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को नियमित करने के लिए नए आरएचओ और सीएचओ की नियुक्ति का भी प्रस्ताव रखा गया है।
निष्कर्ष:
आमाबेड़ा तहसील में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति लंबे समय से खराब थी। CG FIRST NEWS द्वारा खबर प्रकाशित करने के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की, जिससे डॉक्टरों की नियुक्ति सुनिश्चित हुई। यह कदम निश्चित रूप से क्षेत्र के लोगों को राहत प्रदान करेगा और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार का मार्ग प्रशस्त करेगा।
Author: CG FIRST NEWS
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