धमतरी। महानदी के तट पर विराजित मां अंगारमोती के प्रांगण में मंडाई का आयोजन होने वाला है। जिसकी तैयारियां पूर्ण हो चुकी है।
दीपावली त्यौहार के बाद गंगरेल में विराजित मां अंगारमोती के मंदिर में मंडाई का आयोजन होता है। इस वर्ष 12 नवंबर को यह आयोजन होना है।
मंदिर समिति और गंगरेल ग्राम पंचायत ने आयोजन संबंधी तैयारियां पूरी कर ली है। पुजारी ईश्वर नेताम , सुदेसिंह तुकाराम मरकाम कार्यकर्ता देवेंद्र नेताम बताया कि परंपरा अनुसार मड़ई में गांव के देव विग्रह आते हैं संतान प्राप्ति के लिए मंदिर के रास्ते पर महिलाएं फूल , नीबू नारियल लेकर साष्टांग मनोकामना करती है। इस दौरान वे बैगाओं से आशीर्वाद लेती है। माता महिलाओं की पूरी करती है। गंगरेल में मड़ई परंपरा आदिकाल से चली आ रही दिवाली त्योहार के बाद पड़ने वाले पहले शुक्रवार को मंडाई का आयोजन है इसलिए शुक्रवार का दिन विशेष है।
आयोजन की तैयारी मानसिंग मरकाम , केशव नेताम , ट्रस्ट अध्यक्ष जीवराखन लाल मरई , उपाध्यक्ष पंकज सिंह ध्रुव , सचिव आरएन कोषाध्यक्ष ओंकार नेताम आदि जुटे है। मड़ई में पहुंचने वाले बैग त्रिशूल , कासल , सांकल आदि हाथ में रख संस्कृति का प्रदर्शन करते हैं । युवा वर्ग डाग लेकर आगे आगे चलते हैं । मा अंगारमोती मंदिर गंगरेल । नईदुनिया साथ गई देव विग्रह के दर्शन के लिए से लोग पहुंचते हैं। धमतरी जिले के अलावा अन्य जिलों से भी लोग मंडाई देखने आते हैं। गंगरेल से मंडाई का दौर शुरू हो जाता है। गंगरेल मंडाई में हजारों लोग पहुंचते हैं।
Author: CG FIRST NEWS
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