बलरामपुर, 2 अप्रैल 2025: जिले के शंकरगढ़ वन परिक्षेत्र के जोताड़ गांव में बुधवार सुबह हाथी के हमले में एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना उस वक्त हुई जब महिला जंगल में महुआ बिनने गई थी। बीते तीन दिनों में हाथियों के हमले से यह तीसरी मौत है, जिससे क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल है।
घटना का विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, महिला जंगल में महुआ एकत्रित कर रही थी, तभी एक जंगली हाथी ने अचानक हमला कर दिया। स्थानीय लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन हाथी के हमले से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
लगातार बढ़ रही घटनाएं, दहशत में ग्रामीण
बीते तीन दिनों में हाथियों के हमले से तीन लोगों की जान जा चुकी है, जिससे शंकरगढ़ वन क्षेत्र और आसपास के गांवों में खौफ बढ़ता जा रहा है। लगातार हो रही घटनाओं को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश भी बढ़ रहा है।
वन विभाग की चेतावनी और सुरक्षा उपाय
वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल न जाने की चेतावनी दी थी, बावजूद इसके लोग आजीविका के लिए जंगल जाने को मजबूर हैं।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की।
जंगल में अकेले न जाने की सलाह दी गई है।
निगरानी दल तैनात किए गए हैं और गश्त बढ़ाई गई है।
प्रशासन पर बढ़ा दबाव
लगातार हो रही घटनाओं के बाद प्रशासन और वन विभाग पर हाथियों के हमले रोकने और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का दबाव बढ़ गया है। ग्रामीणों ने सरकार से उचित कदम उठाने की मांग की है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
सरकार से उम्मीद
ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग को हाथियों की आवाजाही पर नजर रखते हुए प्रभावी समाधान निकालना चाहिए। साथ ही प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा और सहायता प्रदान की जाए ताकि वे सुरक्षित रह सकें।
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