जगदलपुर –जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के बस्तर विधानसभा विधायक प्रत्याशी सोनसाय कश्यप के नेतृत्व में ग्राम पंचायत पाथरी, छिंदगांव,धनपुर में जन संपर्क अभियान चलाया गया सोनसाय कश्यप ने ग्राम वासियों से हाथ जोड़कर निवेदन किया की एक बार मुझे मौका दीजिए हल चलाता किसान छाप (नागर छाप) में बटन दबाकर मुझे विजय बनाइए आपके मंशा अनुरूप काम करूंगा आपके छोटे छोटे काम के लिए तहसील, कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काटते हैं, वर्तमान विधायक लखेश्वर बघेल निष्क्रिय रहते हैं l बस्तर विधानसभा के लोगों के समस्या का समाधान नही कर पा रहे हैं, सोनसाय कश्यप ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा लखेश्वर बघेल बस्तर के लोगों के लिए विधायक नहीं है, वह जगदलपुर के लोगों के विधायक हैं और जगदलपुर में रहते हैं l गांव के हर गली मोहल्ले में सड़क कि बातें करते हैं खुद तो पक्की सड़क पर चलते हैं लेकिन गांव के सड़कों का बुरा हाल है उन्हें नहीं दिखता एम्बुलेंस तक नहीं पहुंच पाती लोगों को चलने फिरने में दिक्कते हो रही है । शिक्षा कि बात तो आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का भवन नहीं है उसमें उसके लायक शिक्षक नहीं है उसमें सिर्फ अधिकारी कर्मचारी के बच्चों को ही पढ़ाया जा रहा है। बस्तर विधायक लखेश्वर ने कोई ऐसा बड़ा काम नहीं किया है इन दस सालों में जो क्षेत्र के जनता हमेशा याद रख सके ऐसा कोई योजना नहीं बनाई जो लम्बे समय तक चला सके ।
पिछले वर्ष धान खरीदी केंद्रों में किसान परेशान थे, धान खरीदी केंद्र में कहते थे जूट का बोरा लगाओ कभी कहते थे, प्लास्टिक का बोरा लगाओ कभी कहते थे कूद का बोरा लगाओ बोरा का अलग से पैसा मिलेगा l इस प्रकार धान खरीदी केन्द्रों में लखेश्वर बघेल बनिया के दुकान बना कर रख दिया था l धान बेचा हुआ पैसा के लिए जाने से बैंकों में टोकन दिया जाता था सिर्फ और सिर्फ 10000 रूपए ही पैसा दिया करते थे, यदि कोई किसान ₹200000 का धान बेचा है तो उनको 20 बार बैंक जाना पड़ता था उसे समय वर्तमान विधायक लखेश्वर बघेल उस समय कहां थे l अभी चुनाव आया तो सरपंच सचिव से चंदा कराके नया खानी जुहारनी में साड़ी बांट रहे हैं l लेकिन लखेश्वर बघेल के कार्यकाल में धान खरीदी केंद्रों में मक्का का समर्थन मूल्य लिख के टांग तो देते हैं l पर 1 kg भी मक्का खरीदी नहीं कराते थे,इस दौरान पूर्व जनपद सदस्य भगवान देवांगन, भागचंद बघेल, नीलांबर भद्रे, ईश्वर ठाकुर, छवि देवांगन, दयाराम कश्यप, किशन कश्यप, मोहन बघेल अन्य ग्रामीण उपस्थित थे