संवाददाता – खिलेश साहू
कुरुद- साहू समाज परीक्षेत्र चिवरी के महिलाओं ने बिरेझर चौकी पहुंच कर पुलिस जवानों के हाथों में राखी और रक्षा सूत्र बांधकर पुलिस जवानों की उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना किए, साथ ही पुलिस जवानों ने राखी बांधने आई बहनों को उनके हर संभव मदद और रक्षा का आश्वासन दिया
क्यों मनाया जाता है यह रक्षा बंधन ?
रक्षाबंधन मनाए जाने के संबंध में अनेक पौराणिक एवं ऐतिहासिक प्रसंगों का उल्लेख मिलता है। कहा जाता है कि देवराज इंद्र बार-बार राक्षसों से परास्त होते रहे। वह हर बार राक्षसों के हाथों देवताओं की हार से निराश हो गए। इसके बाद इन्द्राणी ने कठिन तपस्या की और अपने तपोबल से एक रक्षासूत्र तैयार किया। यह रक्षासूत्र इन्द्राणी ने देवराज इन्द्र की कलाई पर बांधा। तपोबल से युक्त इस रक्षासूत्र के प्रभाव से देवराज इन्द्र राक्षसों को परास्त करने में सफल हुए। तब से रक्षाबंधन पर्व की शुरुआत हुई।
एक उल्लेख यह भी है कि भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेने के बाद ब्राह्मण का वेश धारण कर अपनी दानशील प्रवृत्ति के लिए तीनों लोकों में प्रसिद्ध राजा बलि से तीन पग भूमि दान में मांगी। बलि के मांग स्वीकार कर लिए जाने पर भगवान वामन ने अपने पग से सम्पूर्ण पृथ्वी को नापते हुए बलि को पाताल लोक भेज दिया। कहा जाता है कि उसी की याद में रक्षाबंधन पर्व मनाया गया।
Author: CG FIRST NEWS
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