छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सलियों को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। नक्सली नेता हकीराजू हरगोपाल उर्फ अक्की राजू (63) की मौत हो गई। उसकी मौत की पुष्टि बस्तर IG सुंदरराज पी और नक्सली संगठन ने की है। नक्सलियों की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि अक्की राजू लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित था और उसका उपचार चल रहा था। डायलिसिस के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। छत्तीसगढ़ सरकार ने उसके ऊपर 50 लाख रुपए का इनाम रखा था।
सूत्रों के मुताबिक दक्षिण बस्तर यानी दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले के सरहदी इलाके में नक्सली नेता अक्की राजू ने दम तोड़ा है। नक्सलियों के प्रवक्ता अभय की ओर से जारी किए गए पत्र में बताया गया है कि अक्कीराजू हरगोपाल की मौत 14 अक्टूबर की सुबह 6 बजे हुई है। उसके शव को दफना दिया गया है। अक्की राजू नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का मेंबर था। उसकी शादी नक्सली सिरीशा से हुई थी। दोनों का एक बेटा भी था मुन्ना उर्फ पृथ्वी, जो कि साल 2018 में रामगुड़ा मुठभेड़ में मारा गया था।
टीचर से नक्सली लीडर बनने तक का तय किया सफर
हरगोपाल का जन्म साल 1958 में आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के पलनाड़ क्षेत्र में हुआ था। उसके पिता स्कूल टीचर थे। हरगोपाल ने भी पोस्टग्रेजुएशन किया और फिर अपने पिता के साथ पढ़ने लगा। इस बीच साल 1978 में 20 साल की उम्र में वह नक्सलियों के संपर्क में आया। इसके 4 साल बाद वह पूरी तरह से नक्सली संगठन में शामिल हो गया। इसके बाद नक्सली संगठन में अलग-अलग पद पर रहते हुए 4 साल तक दक्षिण तेलंगाना में नक्सलियों का नेतृत्व किया।
शांति बहाली के लिए राज्य सरकार ने वार्ता के लिए भी बुलाया
साल 2000 में अक्की राजू को आंध्र प्रदेश के लिए नक्सलियों ने राज्य सचिव चुना। फिर साल 2004 में आंध्र प्रदेश सरकार ने अंतर पार्टी वार्ता के दौरान नक्सली प्रतिनिधि मंडल से वार्ता की। इसका नेतृत्व अक्की राजू ने किया था। वार्ता के दौरान सामाधान नहीं निकला और अक्की राजू को हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद उसे केंद्रीय समिति ने दूसरी तह शिफ्ट कर दिया। अक्की के अलावा नक्सलियों के 2 और बड़े नेताओं की भी मौत की खबर है। अभी इनके नाम और मौत की वजह पता नहीं चल पाई हैं।
4 महीने में कई बड़े नक्सली नेताओं की मौत
पिछले कुछ महीनों में कई बड़े नक्सली नेताओं की कोरोना से मौत हुई है। 10 जून को नक्सली कट्टी मोहन राव उर्फ दामू दादा, 21 जून को नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी मेंबर और 40 लाख रुपए का इनामी हरिभूषण और 22 जून को महिला नक्सली भारतक्का की मौत हुई है। साथ ही 15 लाख के इनामी नक्सली विनोद ने भी बीमारी के चलते पिछले दिनों दम तोड़ दिया था। इसके अलावा देवे, रूपी, गंगा, सुदरु, मुन्नी, रीना समेत कई दूसरे नक्सलियों की भी मौत हुई है।
Author: CG FIRST NEWS
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