मुख्यमंत्री ने बस्तर जिले को 100 करोड़ 42 लाख 28 हज़ार के विकास कार्यों की दी सौगात
कार्यक्रम में महिला समूहों को स्वरोजगार हेतु 30 करोड़ का ऋण भी किया वितरण
जगदलपुर 25 जनवरी 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जगदलपुर विकासखंड के बुरुदवाडा सेमरा में स्थित लगभग 3 करोड़ 50 लाख की लागत से निर्मित सिरी(एमआरसी) और समृद्धि (एमआरएफ) का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने समृद्घि-एमआरएफ(मटेरियल रिकवरी फ़ैसिलिटी) सेंटर का फीता काटकर उद्घाटन किया। सेंटर की कचरा प्रबंधन की व्यवस्था का अवलोकन कर महिला समूह की सदस्यों से मशीनों के माध्यम से कचरा अलग करने और व्यवस्थित कर विक्रय की गतिविधियों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने महिला समूह और सेंटर के संचालकों के कार्यों की सराहना की। इसके उपरांत सिरी – एमआरसी (मटेरियल रिसाइक्लिंग सेंटर) का शुभारंभ किया और गतिविधियों की जानकारी ली।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री साय ने बस्तर जिले को 100 करोड़ 42 लाख 28 हजार से अधिक राशि के 195 विकास कार्यों का लोकार्पण शिलान्यास कर सौगात दिया। इसमें 24 करोड़ 44 लाख 60 हजार के 110 कार्यों का लोकार्पण तथा 75 करोड़ 98 लाख 88 हजार के लागत से 89 कार्यों का भूमिपूजन सम्मिलित है। इसमें 7 करोड़ 12 लाख की लागत से चित्रकोट और तिरथा में इंद्रधनुष पार्क का निर्माण का शिलान्यास भी किया गया। इंद्रधनुष पार्क के निर्माण की कार्ययोजना के संबंध में वीडियो के माध्यम से जानकारी दी गई।कार्यक्रम में एमआरएफ़ और एमआरसी का पुस्तक का विमोचन किया गया।
ज्ञात हो कि बुरुंदवाड़ा सेमरा में जिला पंचायत,एचडीएफसी बैंक के सेंटर फॉर एनवायरमेंट एजुकेशन (सीईई) और सृष्टि वेस्ट मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के सयुंक्त साझेदारी में 03 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से निर्मित स्वच्छ केंद्र-एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी एंड मटेरियल रिसाइक्लिंग सेंटर) का संचालन किया जा रहा है। सेंटर का मुख्य उद्देश्य पारिस्थितिकी तंत्र में बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं को बढ़ावा देकर परिवर्तनकारी परियोजना को व्यवहार में लाकर अपशिष्ट प्रबंधन मूल्य श्रृंखला में एक चक्रीय अर्थव्यवस्था और एक व्यवसाय मॉडल को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही इस संस्था से जुड़ी महिला स्व सहायता समूह को रोजगार के अवसर देना है। साथ ही जगदलपुर शहर के कचरा प्रबंधन कर नगर निगम की स्वच्छता दीदियों को भी उनके सामानों की खरीदी कर उनके समूह को आर्थिक लाभ पहुंचाना है। परियोजना का लक्ष्य एक स्थायी अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली बनाना है जो रिसाइक्लिंग को बढ़ावा देता है और ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सूखे और प्लास्टिक कचरे की मात्रा को कम करता है। एमआरएफ/एमआरसी विभिन्न प्रकार के अपशिष्ट पदार्थों की छंटाई, प्रसंस्करण और पुनर्चक्रण के लिए एक केंद्रीय केंद्र के रूप में काम करेगा, उचित निपटान सुनिश्चित करेगा और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करेगा। मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) और मटेरियल रीसाइक्लिंग सेंटर (एमआरसी) की स्थापना 'सूखे और प्लास्टिक कचरे से मुक्त ग्रामीण और शहरी परिदृश्य' परियोजना के तहत की जा रही है। सभी एकत्र किए गए सूखे कचरे और प्लास्टिक को शहर के नगर निगमों (सीएमसी), अपशिष्ट बीनने वालों और अन्य हितधारकों से एमआरएफ के लिए प्राप्त किया जाता है। एमआरएफ सभी प्रकार के सूखे कचरे को अलग करता है, इसमें प्लास्टिक भी शामिल है जो अपशिष्ट आपूर्ति श्रृंखला में मूल्य संवर्धन को बढ़ावा देगा। पीईटी, पीई, एचडीपीई, एलडीपीई, पीवीसी, पीएस, और पीपी कचरे को यंत्रवत् रूप से जमा किया जाता है, टुकड़े किया जाता है और रिसाइक्लर्स (पैलेट या अन्य सामग्री/उत्पादों का उत्पादन करने के लिए), सीमेंट भट्टियों(सह-प्रसंस्करण) को आपूर्ति की जाती है। जिसका उपयोग ईंधन, सड़क निर्माण आदि में किया जाता है।
बुरुंदवाड़ा सेमरा में आयोजित कार्यक्रम में स्वच्छता दीदियों को 83 ई रिक्शा प्रदान किया गया। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों को तीस करोड़ का ऋण वितरण किया गया। कलेक्टर ने जिले के सातों विकासखंड के समूहों को ऋण हेतु चेक वितरण कर स्वरोजगार के लिये प्रोत्साहित किया गया। इसके अलावा अन्य हितग्राही मूलक शासकीय योजनाओं के लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ दिया गया। इस अवसर पूर्व सांसद श्री दिनेश कश्यप, विधायक चित्रकोट श्री विनायक गोयल, पूर्व विधायक श्री संतोष बाफना,कमिश्नर श्री श्याम धावड़े, आईजी श्री सुंदरराज पी., कलेक्टर श्री विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक श्री शशिमोहन सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रकाश सर्वे सहित अन्य गणमान्य अतिथि जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।