तिल्दा नेवरा: नगर पालिका चुनाव की घोषणा के साथ ही तिल्दा-नेवरा में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। वार्ड आरक्षण प्रक्रिया के पूरा होते ही प्रत्याशियों को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी से रजनी जगतू राम मांडले ने शहीद चंद्रशेखर आजाद वार्ड नंबर 22 से अपनी दावेदारी पेश की है। यह वार्ड अनुसूचित जाति (एससी) महिला के लिए आरक्षित है।
राजनीतिक अनुभव और संगठन में पकड़
रजनी मांडले, जोकि कांग्रेस पार्टी की सक्रिय सदस्य हैं, 2005 से राजनीति में हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस के जिला महामंत्री और प्रदेश महिला कांग्रेस संगठन महामंत्री जैसे अहम पदों पर कार्य किया है। इसके साथ ही, 2009 से 2013 तक वे शहीद चंद्रशेखर आजाद वार्ड नंबर 22 की पार्षद भी रहीं, जहां उन्होंने जनता की सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कांग्रेस से जुड़ा समर्पित परिवार
रजनी मांडले का परिवार कांग्रेस पार्टी से लंबे समय से जुड़ा हुआ है। उनके पति, जगतू राम मांडले, 1993 से 1998 तक पार्षद, 1998 से 2003 तक विधायक प्रतिनिधि, और 2004 से 2009 तक पार्षद पद पर रहे। 2009 से 2014 तक रजनी मांडले ने कांग्रेस पार्टी की ओर से पार्षद का पद संभाला। वर्तमान में उनके बेटे निखिल मांडले भी कांग्रेस पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता हैं।
निखिल मांडले की युवा पकड़
निखिल मांडले ने राजनीति की शुरुआत एनएसयूआई (छात्र संगठन) बलौदाबाजार विधानसभा अध्यक्ष के रूप में की। इसके बाद, युवा कांग्रेस चुनाव लड़कर वे बलौदाबाजार-भाटापारा जिला महासचिव के रूप में निर्वाचित हुए। निखिल का युवाओं के बीच अच्छा प्रभाव है, जिससे परिवार की राजनीतिक छवि और मजबूत हुई है।
वार्ड 22 में कांग्रेस की संभावनाएं
रजनी मांडले के पारिवारिक राजनीतिक अनुभव और क्षेत्र में लोकप्रियता को देखते हुए कांग्रेस पार्टी को उनकी दावेदारी से मजबूती मिल सकती है। शहीद चंद्रशेखर आजाद वार्ड नंबर 22 की जनता के बीच उनका गहरा जुड़ाव और सेवा का इतिहास पार्टी के लिए लाभकारी हो सकता है।
अगर कांग्रेस पार्टी रजनी मांडले को उम्मीदवार बनाती है, तो यह वार्ड 22 में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
Author: CG FIRST NEWS
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