ब्यूरो चीफ- मुकेश जैन / कांकेर: दीपावली का पर्व नजदीक आते ही बाजारों में रौनक बढ़ने लगी है। लोग घरों की सजावट और पूजन के लिए उत्साहपूर्वक खरीदारी कर रहे हैं। इसी बीच कांकेर के पूर्व सांसद श्री मोहन मंडावी ने एक भावुक अपील जारी की है। उन्होंने दीपावली के मौके पर स्वदेशी अपनाने और चाइनीज वस्तुओं का बहिष्कार करने का संदेश दिया है। उनके अनुसार, इस पर्व पर स्थानीय बाजार से खरीददारी कर छोटे व्यापारियों का समर्थन करना चाहिए और अपनी दीपावली को और भी खास बनाना चाहिए।
पूर्व सांसद मोहन मंडावी ने जनता को सम्बोधित करते हुए कहा, “दीपावली का असली आनंद तब है जब इस पर्व पर न केवल हमारा घर रोशन हो, बल्कि उन मेहनतकश लोगों का घर भी रोशन हो जो अपने हाथों से मिट्टी के दीये, मूर्तियाँ और सजावट के अन्य सामान बनाते हैं। ये लोग सड़कों के किनारे छोटे-छोटे ठेलों और दुकानों में बैठे हैं, जिन्हें हमारी जरूरत है। आइए इस बार ऑनलाइन खरीदारी को छोड़कर स्थानीय स्तर पर इन्हीं से सामान खरीदें और उनकी दीपावली को भी रौशन करें।”
उन्होंने जनता से आग्रह किया कि विदेशी या चाइनीज सामानों की बजाय स्वदेशी वस्त्रों और उत्पादों का अधिक से अधिक प्रयोग करें। “हमारे अपने देश के कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा बनाई गई वस्तुएं न केवल गुणवत्ता में अच्छी होती हैं बल्कि इनमें हमारी संस्कृति और परंपरा की झलक भी मिलती है। इस दीपावली पर हम सभी एकजुट होकर ‘वोकल फॉर लोकल’ की भावना के साथ स्वदेशी वस्त्रों और उत्पादों को अपनाएँ।”
पूर्व सांसद मोहन मंडावी ने मिट्टी के दीयों के महत्व पर भी प्रकाश डाला। “मिट्टी के दीयों से जो हमारे घरों को सजाते हैं, उन लोगों की मेहनत और कला का सम्मान करें। आइए इस दीपावली हम अपने घरों को मिट्टी के दीयों से सजाएं और इन्हें बेचने वाले छोटे विक्रेताओं के चेहरे पर भी मुस्कान लाएं। उनके साथ की गई ये छोटी-छोटी खरीददारी ही हमारे समाज में बंधुत्व और अपनत्व की भावना को मजबूत करेगी।”
पूर्व सांसद की यह अपील उस समय आई है जब लोग बड़ी संख्या में ऑनलाइन और चाइनीज उत्पादों की ओर रुख कर रहे हैं। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि “स्वदेशी अपनाएं और अपने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दें। इस पर्व पर हम सभी मिलकर एक नई शुरुआत करें, ताकि हमारे देश के कारीगरों और दुकानदारों की दीपावली भी खुशियों से भरी हो।”
पूर्व सांसद मोहन मंडावी के इस सन्देश को स्थानीय लोगों द्वारा भी समर्थन मिल रहा है। उम्मीद है कि इस दीपावली पर कांकेर की जनता उनके इस अनुरोध को समझते हुए स्थानीय बाजारों में खरीदारी करेगी और चाइनीज वस्तुओं से परहेज कर स्वदेशी वस्त्रों को अपनाएगी।
Author: CG FIRST NEWS
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