Gold Silver Price Today: बढ़ती महंगाई के बीच एक अच्छी खबर आई है. देश की राजधानी दिल्ली में लगातार दूसरे दिन सोना खरीदना सस्ता हो गया. आइए जानें क्यों और कितना सस्ता हुआ?
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें (Sone a Bhav Aaj Ka) गिरने की वजह से घरेलू बाजार में सोना और चांदी सस्ता हो गया है. सोमवार के बाद मंगलवार को भी सोने के दाम (Gold Rate Today) लुढ़क गए. वहीं, इस दौरान चांदी के भाव में 332 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट आई है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि 10 साल के अमेरिकी बॉन्ड (Bond Yield) की यील्ड में मजबूती देखने को मिल रही है और उसने 1.33 फीसदी के लेवल को फिर से छू लिया है. अमेरिकी बॉन्ड की यील्ड में आई मजबूती ने सोने-चांदी की तेजी पर ब्रेक लगा दिया है.
सोने की नई कीमतें (Gold Price, 7 September 2021)
मंगलवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में 99.9 फीसदी वाले सोने के दाम 37 रुपये गिरकर 46,417 रुपये पर आ गए. इससे पहले सोमवार को बाजार में कीमतें 46,454 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुई थी. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम गिरकर 1,815 डॉलर प्रति औंस पर आ गए है.
चांदी की नई कीमतें (Silver Price, 7 September 2021)
सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी गिरावट का रुख है. मंगलवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी का भाव 332 रुपये गिरकर 63,612 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया. ठीक एक दिन पहले सोमवार को एक किलोग्राम चांदी का भाव 63,944 रुपये पर बंद हुआ था. अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी का भाव 24.50 डॉलर प्रति औंस पर आ गया है.
क्यों सस्ता हुआ सोना (Gold prices fall sharply)
एचडीएफसी सिक्योरिटीज, सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज), तपन पटेल का कहना है कि अमेरिकी डॉलर में आई तेजी के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतें एक बार फिर से गिर गई है. इन्हीं संकेतों का असर घरेलू बाजार पर दिख रहा है.
अब मिलेगा सिर्फ 14, 18 और 22 कैरेट वाला सोना
गोल्ड हॉलमार्किंग सोने की शुद्धता का एक सर्टिफिकेट है. सभी ज्वैलर्स को सिर्फ 14 कैरेट, 18 कैरेट और 22 कैरेट वाले गोल्ड की बिक्री की ही इजाजत है.
बीआईएस अप्रैल 2000 से गोल्ड हॉलमार्किंग की स्कीम चला रही है. मौजूदा समय में सिर्फ 40 फीसदी ज्वैलरी की ही हॉलमार्किंग हुई है.
ज्वैलर्स की सुविधा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को ऑनलाइन और ऑटोमैटिक कर दिया गया है. विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) के मुताबिक भारत में करीब चार लाख ज्वैलर्स हैं, जिनमें से 35,879 बीआईएस सर्टिफाइड हैं.
अगर कोई भी ज्वैलर बिना हॉलमार्किंग के गोल्ड ज्वैलरी बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एक साल की जेल के अतिरिक्त उस पर गोल्ड ज्वैलरी की वैल्यू की पांच गुना तक पेनल्टी भी लगाई जा सकती है.
हर कैरेट के सोने के लिए हॉलमार्क नंबर अंकित किए जाते हैं. ज्वैलर्स की ओर से 22 कैरेट के लिए 916 नंबर का इस्तेमाल किया जाता है.
18 कैरेट के लिए 750 नंबर का इस्तेमाल करते हैं और 14 कैरेट के लिए 585 नंबर का उपयोग किया जाता है. इन अंकों के जरिए आपको पता चल जाएगा कि सोना कितने कैरेट का है.
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Author: CG FIRST NEWS
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