छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सलियों ने शनिवार शाम सड़क निर्माण कार्य में लगे तीन वाहनों में आग लगा दी। इसके चलते दो जेसीबी सहित एक एजॉक्स मशीन खाक हो गई। मशीन की कीमत करीब 1.8 करोड़ रुपये बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार बिना सुरक्षा के ही नक्सल प्रभावित इलाके में काम करा रहा था। वहीं नक्सलियों ने सात दिन पहले हुई मुठभेड़ में पुलिस के दावे को झूठा बताया है। नक्सलियों का कहना है कि उनका एक भी साथी घायल नहीं है। जबकि दो जवानों के घायल होने का दावा किया है।
जानकारी के मुताबिक, परतापुर थाना क्षेत्र के मिंडी में सड़क निर्माण कार्य चल रहा था। यह सड़क कामतेड़ा से गट्टा काल तक पिछले साल से बन रही है। जिसका नक्सली लगातार विरोध कर रहे हैं। इसे लेकर पहले उन्होंने बैनर भी लगाया था। बताया जा रहा है कि शनिवार को 150 नक्सली वहां पहुंच गए। वहां नक्सलियों ने तीनों वाहन में आग लगा दी और करीब डेढ़ घंटे बैठक भी की। मौके पर मौजूद चालक और मजदूरों को काम नहीं करने की धमकी भी नक्सलियों ने दी है। इसके बाद वहां से चले गए।
दूसरी ओर नक्सलियों की उत्तर बस्तर डिवीजन कमेटी ने पर्चा जारी किया है। सुखदेव कौडो सचिव की ओर से 15 फरवरी को जारी इस पर्चे में दो फरवरी को हुई मुठभेड़ को लेकर बात लिखी गई है। नक्सलियों ने दावा किया है कि अलदंड के जंगलों में हुई मुठभेड़ में दो जवान घायल हुए हैं। उन्हें पुलिसकर्मी उठाकर ले गए। वहीं पुलिस के चार नक्सलियों के घायल होने के दावे को उन्होंने झूठा बताया है। साथ ही यह भी कहा है कि किसान जगन के घर आए तीन नाबालिगों को पुलिस ने पकड़ा और उनकी पिटाई कर बंधक बना रखा है।
Author: CG FIRST NEWS
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