सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिपरिषद विस्तार में 43 मंत्री शपथ ले सकते हैं. साथ ही कुछ मंत्रियों को पदोन्नत किया जा सकता है. इस मंत्रिपरिषद में युवाओं और प्रशासिनक क्षमता वाले नेताओं को शामिल किया जा सकता हैं.
आज शाम 6 बजे होने वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक आवास पर उच्चस्तरीय बैठक हुई. इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सीनियर नेता और केंद्रीय मंत्री शामिल हुए. इनमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष जेपी नड्डा, महासचिव भूपेंद्र यादव, बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी, सर्बानंद सोनोवाल, नीतीश प्रमाणिक, पुरुषोत्तम रुपाला, जेडीयू नेता आरसीपी सिंह और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) नेता पशुपति पारस भी शामिल हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इसके अलावा मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, हरियाणा के सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल, उत्तराखंड के नैनीताल-ऊधमसिंह नगर से सांसद अजय भट्ट, कर्नाटक के उडुपी चिकमगलूर से सांसद शोभा करंदलाजे, महाराष्ट्र के बीड से सांसद प्रीतम मुंडे, महाराष्ट्र के भिवंडी से सांसद कपिल पाटिल, महाराष्ट्र के ही दिन्डोरी से सांसद भारती पवार, उत्तर प्रदेश के खीरी से सांसद अजय मिश्रा और पश्चिम बंगाल के बनगांव के सांसद शांतनु ठाकुर भी इस बैठक में शामिल रहे.
ओबीसी और एससी समुदाय खास ध्यान”
साल 2019 में लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी पहली बार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार/फेरबदल करने जा रहे हैं. संभावना है कि मंत्रिमंडल में ओबीसी और एससी समुदाय से ज्यादा संख्या में लोगों को जगह मिल सकती है. मंगलवार को सूत्रों ने बताया था कि “पीएम मोदी नए मंत्रिमंडल में रिकॉर्ड संख्या में ओबीसी और एससी समुदाय को प्रतिनिधित्व देने वाले हैं.”सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिपरिषद विस्तार में 43 मंत्री शपथ ले सकते हैं. साथ ही कुछ मंत्रियों को पदोन्नत किया जा सकता है. इस मंत्रिपरिषद में युवाओं और प्रशासिनक क्षमता वाले नेताओं को शामिल किया जा सकता हैं. इनमें चार पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. नए मंत्रियों में कम से कम 15-20 सदस्य एससी और ओबीसी समुदाय से हो सकते हैं. इसके अलावा एसटी और अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व भी देखने को मिल सकता है.
विस्तार से पहले कई मंत्रियों का इस्तीफा
इस बैठक के बाद ही केंद्रीय मंत्रिपरिषद से कुछ मंत्रियों के इस्तीफे का सिलसिला भी आरंभ हो गया. जानकारी के मुताबिक, अभी तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘‘निशंक’’, केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्यमंत्री संतोष गंगवार (स्वतंत्र प्रभार), केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा, शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे, महिला और बाल विकास राज्यमंत्री देवोश्री चौधरी, केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने इस्तीफा दे दिया है.
Author: CG FIRST NEWS
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