अमर यादव –बिलासपुर । मस्तुरी जनपद क्षेत्र के ग्राम ओखर में धान खरीदी केन्द्र में हुए लाखो के धान घोटाले पर धान खरीदी केंद्र प्रभारियो के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की बात सहकारिता विभाग के अधिकारियो द्वारा कही गई थी लेकिन ओखर धान खरीदी केन्द्र प्रभारी द्वारा 62 लाख 68 हजार का घोटाला किये जाने के बाद भी आज तक कार्यवाही नहीं हुई है| उप पंजीयक मंजुलता पांडे ने स्पष्ट धान खरीदी केन्द्रों में हुए घोटाले को लेकर कहा था कि सप्ताह भर के भीतर अफरा तफरी करने वाले भरपाई करें वर्ना सख्त कार्यवाही करवाई जाएगी वही गोडाडीह के प्रभारी के खिलाफ तत्काल कार्यवाही कर जेल भेजा गया मगर अन्य धान खरीदी केंद्र प्रभारियो पर कार्यवाही नहीं की जा रही है| जानकारों का कहना हैं, सेटिंग के दौर प्रतिदिन चल रहा हैं, जिसमे सम्बंधित अधिकारी लेनदेन कर करोडो के भ्रष्ट प्रभारियों से मोटी रकम का लेनदेन कर लेकर वारा न्यारा करने की तैयारी की जा रही हैं|
ज्ञात हो कि ओखर धान खरीदी केंद्र प्रभारी के खिलाफ उपपंजीयक से किये गए किये गए शिकायत में सेवा सहकारी समिति ओखर पंजी, क्रमांक 1052 के प्रभारी संस्था प्रबंधक घनसाय केंवट के द्वारा अनियमितता एवं मनमानी करने से तथा किसानों से दुर्व्यवयहार करने से बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जैसे वर्तमान में छ.ग. शासन के द्वारा महत्वाकांक्षी योजना तुहर गांव तुहर टौकन के नाम से किसानो के सहयोग एवं सहुलियत के लिये संचालित योजना है उसको भी आज इस प्रबंधक द्वारा लागु नही किया गया है और किसान जो ऑनलाईन टोकन लेकर गये थे उसे शाखा प्रबंधक के द्वारा फेंक दिया गया, और जहां से कटाये हो वहा लेकर आजों कहकर दुर्व्यवहार किया गया और हिटलरशाही किया गया। प्रताड़ित किसानों में राजेन्द्र प्रजापति, ओमप्रकाश पटेल, रामा साहू, ठाकुरदेवा शामिल है ।आज के समय में भी यह किसानों का धान खराब है बोलकर के उससे पैसा लिया जाता है जिसमे सुखदेव रजक, क्रांति साहू है|
वर्तमान में कर्मचारी साथी को शाम 5 बजे तक ही रूकने बोलते है और ना ही बोरे का सिलाई और थप्पी नही हुआ होता है जिससे साफ़ दिखता है कि प्रबंधक के द्वारा कोई बड़ा खेल हो रहा है| कर्मचारी के नही जाने पर प्रबंधक का आदेश बोलकर भेज देते है। जिन किसानों ने ऋण में खाद नही लिया है उन किसानों का नाम खाद तथा ऋणी के नाम पर अंकित दिया है और हमारे द्वारा किसी भी प्रकार ऋण नही लिया गया कहने पर पैसा वापस हो जायेगा बोला गया है और आज की स्थिति में ना तो पैसा वापस किया जा रहा है और फसल की कीमत में ऋण की राशि की कटौती किया जा चुका है। प्रभावित किसानो में उत्तरा बाई रजक, केजू रजक तथा कूटेला, विद्याडीह के किसान शामिल है|
Author: CG FIRST NEWS
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