रायपुर। छत्तीसगढ़ के लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण करने की सरकार की मंशा पर एक और रोड़ा आ गया है। एक तरफ जहां शनिवार से ग्राम पंचायत स्तर पर राजस्व शिविर लगाए जाएंगे, वहीं दूसरी ओर राजस्व मामलों की रीढ़ माने जाने वाले पटवारियों ने हड़ताल की चेतावनी दे दी है। राजस्व पटवारी संघ अपनी 32 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से हड़ताल पर जा रहा है। यानी कि दो दिनों के राजस्व शिविर के बाद फिर से आम लोगों के काम अटकना तय माना जा रहा है।
इसी बीच राजस्व पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष भागवत कश्यप ने बताया कि इस संदर्भ में राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा को ज्ञापन सौंप दिया गया है और सभी जिलाध्यक्षों को इस संदर्भ में सूचित कर दिया गया है। ऐसे में पटवारियों की हड़ताल की वजह से शिविर स्थल पर ही लोगों की समस्याओं का निराकरण करने की सरकार की मंशा विफल हो जाएगी।
राजस्व पटवारी संघ जो कि हड़ताल में जा रहा है, उसमें लगभग 4,500 पटवारी हैं। जबकि दूसरी ओर छत्तीसगढ़ पटवारी संघ में लगभग 700 पटवारी हैं। छत्तीसगढ़ पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष जागेश्वर चंद्राकर ने बताया कि इस संदर्भ में अब तक कार्यकारिणी से चर्चा नहीं हुई है। दूसरे संघ की ओर से भी कोई प्रस्ताव नहीं आया है। हड़ताल कोई अंतिम विकल्प नहीं है।
पटवारी संघ की कुछ प्रमुख मांगें
1.आनलाइन कार्यों के लिए कंप्यूटर, स्कैनर सहित अन्य सामग्रियां
2. आनलाइन नक्शा, बटांकन में आ रही समस्या का निराकरण
3. जिला स्तर पर सहायक प्रोग्रामरों की पदस्थापना
4.बंधक खसरों के विलाेपन की व्यवस्था
5. दूसरे राज्य के लोगों की जाति के संदर्भ में संशोधन
6.पटवारियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई पर रोक
7. डिजिटल सिग्नेचर के लिए हाेने वाले व्यय का भत्ता
8.खाताधारकों के आधार नंबर की एंट्री में आ रही दिक्कतें दूर करने
9. रजिस्ट्री के बाद नाम की भाषा में सुधार करने बावत
10.नक्शा बटांकन में आ रही दिक्कतों के संदर्भ में
Author: CG FIRST NEWS
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