संवाददाता – ललित अग्रवाल
तिल्दा-नेवरा :- लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण का मतदान कुछ ही दिन शेष रह गये है । लेकिन वर्चस्व के मामले में कांग्रेस प्रत्याशी बौना साबित हो रहा है । रायपुर लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने विधानसभा चुनाव में अपराजेय कहे जाने वाले बृजमोहन अग्रवाल को प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान मे उतारा है। वहीं कांग्रेस ने विकास उपाध्याय पर दांव खेला है ।
कांग्रेस भाजपा के प्रत्याशी को लेकर मतदाताओं के मध्य से निकलकर जो बातें सामने आ रही है। उससे लगता है कि कांग्रेस प्रत्याशी, मतदाताओं के मध्य पैठ नहीं बना पा रही है । एक तरफ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता डोर टू डोर जनसंपर्क करने में लगे हुए हैं वहीं इस मामले पर कांग्रेस पीछे नजर आ रहे हैं प्रचार से लेकर जनसंपर्क का दौर में भाजपा से कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय काफी पीछे है । इसको जमीनी स्तर के कांग्रेसी कार्यकर्ता भी महसूस कर रहे हैं । भाजपा जहां मोदी के फेस पर चुनाव लडते हुए मोदी की गारंटी पर भरोसा जता रही है । वहीं कांग्रेस राहूल के न्याय पर चुनावी संग्राम में जीत की दावा कर रही है। रायपुर लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल जो विधानसभा चुनाव में विजेता रहा है। उसकी पकड़ को क्षेत्र में अच्छी मानी जा रही है। वहीं इसके विपरीत कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय के दमखम को लेकर क्षेत्र के मतदाता विस्मित है । माना जा रहा है कि कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय के पक्ष में जनसंपर्क व प्रचार प्रसार सक्रियता केंचुआ चाल से चल रही है ,जिसके चलते कांग्रेस प्रत्याशी ,मतदाताओं के मध्य विश्वास नहीं बना पा रही है । लोकसभा चुनाव को लेकर क्षेत्र के मतदाताओं के मध्य चुनावी मुद्दा के अलावा कांग्रेस शासन के पिछले कार्यकाल का भी स्मरण किया जा रहा है । विधानसभा चुनाव को कुछ महिने बीते हैं , जहां पर विधानसभा सीट में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था । कुछ मतदाताओं का कहना है कि कांग्रेस अपनी हार की सदमा से उबर नहीं पाया है , नतीजन लोकसभा चुनाव में भी इसकी छाया नजर आ रही है , कांग्रेस प्रत्याशी में चुनाव को लेकर उतना चंचलता दिखाई नहीं दे रहा है जिससे मतदाताओं को विश्वास में लिया जा सके ।
Author: CG FIRST NEWS
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