नारायणपुर:- एकीकृत बाल संरक्षण योजना एवं जिला स्तरीय बाल संरक्षण समिति एवं अन्य समितियों की संयुक्त बैठक आज कलेक्टर श्री धर्मेश कुमार साहू की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर श्री साहू ने पिछले त्रैमासिक बैठक की कार्यवाही का पालन प्रतिवेदन की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बैठक में दिये गये निर्देशों को अधिकारी गंभीरता से ले एवं कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि ग्राम पंचायतों में पलायन पंजी का नियमित संधारण किया जाये और त्रैमासिक पालन प्रतिवेदन जिला पंचायत, जनपद पंचायतांे और महिला एवं बाल विकास विभाग को अनिवार्य रूप से प्रेशित किया जाये। उन्होंने कहा कि जिले की समीा में स्थित पुलिस थानों के चेक पोस्ट से गुजरने वाले वाहनों की जांच की जाये, पलायन कर रहे लोगों की जानकारी होने पर तत्काल एजेंटों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये। इसके साथ ही पलायन पंजी का संधारण कार्य में लापरवाही बरतने वाले सचिवों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पोशण चंद्राकर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत नारायणपुर श्री घनश्याम जांगड़े, मुख्य कार्यपालन अधिकारी ओरछा श्री रामांचल यादव, डीपीएम सुश्री प्रिया कंवर, श्रम निरीक्षक श्री रेखराज धनेन्द्र के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री साहू ने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा गुमशुदा बच्चों की ट्रक एवं मिसिंग चाईल्ड पोर्टल पर एंट्री करने एवं गुमशुदा बच्चों की जानकारी प्रतिमाह महिला एवं बाल विकास विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले में बाल कल्याण समिति को भवन हस्तांतरित किये जाने के संबंध में जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देशित किया कि हंस्तांतरण की प्रक्रिया षीघ्र पूरा करें। विद्यालयों और आश्रम शालाओं में बच्चों को जागरूक करने हेतु जागरूकताा कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बालगृहों एवं आवासीय विद्यालयों का समय समय पर अधिकारी निरीक्षण करें एवं पालन प्रतिवेदन संबंधित विभाग को प्रस्तुत करें। बैठक में बताया गया कि महतारी दुलार योजना से लाभान्वित किए जाने एवं बाल स्वराज पोर्टल पर जानकारी इंद्राज की जा चुकी है। कलेक्टर ने जिले में कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए बच्चों के लिएए बेड आरक्षित करने आक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करने के कहा। बतााया गया कि 5 से 10 बेड की व्यवस्था आरक्षित की गयी है, आवश्यकता पड़ने पर इसकी संख्या में वृद्धि की जा सकेगी।
बैठक में कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग दौरान बाल समिति के समक्ष प्रस्तुत निराकृत, लंबित प्रकरण की जानकारी देते हुए बताया कि माह जुलाई से अब तक बाल कल्याण समिति े समक्ष 100 प्रकरण प्राप्त हुए थे, जिनमें से 23 प्रकरणों का निराकरण कर लिया गया है वहीं 77 प्रकरण लंबित है। वहीं किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष माह जुलाई से अब तक 29 प्रकरण रखे गये जिनमें से 4 का निराकरण कर दिया गया है, षेश 25 प्रकरण लंबित है। इसके अलावा बाल देखरेख संस्था में बालगृह में 103 बालक, बलगृह बालिका में 52 कुल 155 बच्चे निवासरत हैं। बैठक में विशेश प्रकरणों की भी जानकारी दी गय जिसमें बंधुआ मजदूर रेस्क्यू, एवं पुर्नवास, राज्य से पलायन करने वाले बच्चों, पॉक्सो पीड़ित बालिकाओं के क्षतिपूर्ति एवं देखरेख एवं संरक्षण वाले बालकों की जानकारी एवं उन्हें प्रदान की गयी सुविधाओं के बारे में बताया गया।
Author: CG FIRST NEWS
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