छत्तीसगढ़। इस साल छत्तीसगढ़ में गर्मी ने अप्रैल से ही रिकॉर्ड तोड़ झलक दिखा दी है। मई-जून के तपते सूरज की तपिश अब लोगों को अप्रैल में ही महसूस हो रही है। ऐसे में अगर आप शहर की चिलचिलाती गर्मी से दूर किसी ठंडी और सुकून भरी जगह की तलाश कर रहे हैं, तो छत्तीसगढ़ के भीतर ही कुछ ऐसे प्राकृतिक पर्यटन स्थल मौजूद हैं, जहां जाकर आप गर्मी को भूल जाएंगे। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं छत्तीसगढ़ की 10 सबसे ठंडी और सुकूनदायक जगहों के बारे में, जहां समर वेकेशन बिताना किसी जन्नत से कम नहीं होगा।
1. गंगरेल बांध (मिनी गोवा) – धमतरी
महानदी पर बना यह विशाल बांध अब मिनी गोवा के नाम से जाना जाता है। यहां वाटर स्पोर्ट्स की भरमार है – जेट स्कीइंग, स्कूबा डाइविंग, सेलिंग और पैरासेलिंग जैसे एडवेंचर से भरपूर एक्टिविटी आपको गर्मी का अहसास ही नहीं होने देंगे।
2. चित्रकोट जलप्रपात – बस्तर
भारत का ‘मिनी नियाग्रा फॉल्स’ कहा जाने वाला चित्रकोट जलप्रपात, जगदलपुर से 50 किमी दूर स्थित है। 90 फीट की ऊंचाई से गिरता यह झरना गर्मियों में भी ठंडी हवाएं और नमी लेकर आता है।
3. तीरथगढ़ जलप्रपात – कांगेर घाटी
करीब 300 फीट ऊंचे कई झरनों का समूह, तीरथगढ़ में देखने को मिलता है। यह स्थल गर्मियों के दौरान एक आदर्श पिकनिक स्पॉट बन जाता है। हरियाली और झरनों की ठंडक आपके तन-मन को ताजा कर देगी।
4. मैनपाट – सरगुजा
छत्तीसगढ़ का ‘शिमला’ कहा जाने वाला मैनपाट एक ऑफबीट लेकिन शानदार हिल स्टेशन है। यह जगह बौद्ध मंदिरों, टाइगर प्वाइंट और झरनों से भरपूर है। यहां का मौसम पूरे साल खुशनुमा रहता है।
5. चर्रे-मर्रे जलप्रपात – नारायणपुर
पिंजारिन घाटी में स्थित 50 फीट ऊंचा यह झरना गर्मी से राहत पाने के लिए एक बेहतरीन ठिकाना है। यह जगह एडवेंचर लवर्स और नेचर फोटोग्राफर्स के लिए भी जन्नत है।
6. चित्रधारा जलप्रपात – बस्तर
शांत वातावरण, झरनों की मधुर ध्वनि और नजदीक स्थित शिव मंदिर – चित्रधारा आपको एक अलग ही अनुभव देगा। गर्मियों में यह स्थल आपको ठंडक का अनुभव कराएगा।
7. मदकू द्वीप – मुंगेली
शिवनाथ नदी के किनारे बसा यह ऐतिहासिक और धार्मिक द्वीप, शांत जलवायु के कारण गर्मी से राहत दिलाने वाला स्थल है। यहां मौजूद प्राचीन मंदिर और हरियाली पर्यटकों को खूब लुभाती है।
8. चिरमिरी – कोरिया
छत्तीसगढ़ का हरा-भरा और शांत हिल स्टेशन, चिरमिरी गर्मियों में भी ठंडक का एहसास कराता है। प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत का अनोखा संगम यहां देखने को मिलता है।
9. पिल्खा पहाड़ – कोरबा
राम वन गमन पथ से जुड़ा यह ऐतिहासिक पहाड़, जहां एक प्राकृतिक जल कुंड भी है, गर्मियों के मौसम में भी ठंडक और सुकून देता है। यहां ट्रैकिंग और नेचर वॉक के लिए भी लोग आते हैं।
10. राजिम – गरियाबंद
तीनों नदियों – महानदी, पैरी और सोंढुर – के संगम पर स्थित राजिम को छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहा जाता है। त्रिवेणी संगम की शीतल हवाएं इस तीर्थ स्थल को गर्मियों में भी ठंडा बनाए रखती हैं।
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